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चिता की राख से आरती करने पर खुश होते हैं उज्जैन के राजा ‘महाकाल’

महाकालेश्वर

भस्म आरती का महत्व

भस्म आरती का अपना एक अलग महत्व है.

यह अपने आप में एकमात्र ऐसी आरती है जो विश्व में सिर्फ उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में की जाती है.

कहा जाता है कि हर शिवभक्त को कम से कम एक बार भगवान महाकालेश्वर की भस्म आरती में शामिल ज़रूर होना चाहिए.

हालांकि ताज़े मुर्दे की चिता के भस्म से आरती की बात कितनी सच है यह कोई नहीं जानता. मंदिर प्रशासन की माने तो पहले आरती चिता के राख से होती थी, लेकिन अब कंडे की राख का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उज्जैन के लोगों की मानें तो आज भी भस्म आरती ताजी चिता के राख से होती है.

Mahakal-temple

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