ENG | HINDI

चिता की राख से आरती करने पर खुश होते हैं उज्जैन के राजा ‘महाकाल’

महाकालेश्वर

उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का भव्य और ऐतिहासिक मंदिर.

महाकालेश्वर, देवों के देव महादेव के बारह ज्योतिर्लिंगो में से एक है और सबसे खास भी है.

महाकालेश्वर देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में इकलौता दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग हैं.

उज्जैन के राजा महाकाल जितने खास है उतनी ही खास है उन्हे पूजने की परंपरा. महाकाल की तड़के सुबह की पूजा तांत्रिक परंपरा से की जाती है. कहा जाता है कि जब तक चिता की ताज़ी राख से महाकाल की भस्म आरती नहीं होती, तब तक महाकाल खुश नहीं होते हैं.

mahakalehwar

1 2 3 4