- नारायणास्त्र
यह अस्त्र भी पाशुपत अस्त्र के समान ही अति विशाल एवं महाविनाशकारी है. यदि इस अस्त्र का प्रयोग एक बार किया जाता है तो समूर्ण संसार में कोई ऐसी शक्ति नहीं जो इसे रोक सके.
अपने सभी अस्त्र त्यागकर खुद को समर्पित कर देने के बाद ही इस अस्त्र को रोका जा सकता है, नहीं तो यह अस्त्र अपने शत्रु को कहीं से भी ढूंढकर मारने की क्षमता रखता है.
गौरतलब है कि हज़ारों साल पहले महाभारत युद्ध में इस्तेमाल किए गए ये सारे अस्त्र-शस्त्र आज के परमाणु और अणु बम से भी ज्यादा विनाशकारी थे, जो पल भर में धरती पर हाहाकार मचा सकते थे.