9 श्रीन्गातका व्यूह
पांडवों में अर्जुन इस व्यूह की रचना करने में माहिर था. ये व्यूह देखने में किसी भवन के समान प्रतीत होता था. दुश्मन सेना को भ्रम में डालकर फंसाने के लिए इसकी रचना की जाती थी.
बहराल, उस समय युद्ध में व्यूह रचना बहुत ही निर्णायक होती थी. इन व्यूहों पर युद्ध में सेना की हार जीत निर्भर करती थी. अर्जुन के बेटे अभिमन्यु की मौत चक्रव्यूह में फंसकर हुई थी और पांडवों में अर्जुन के अलावा चक्रव्यूह को बनाना और तोड़ना कोई नहीं जानता था. यदि जानते तो अभिमन्यु चक्रव्यूह में नहीं फंसता.