कल लखनऊ के बाबु बनारसी दास यूनिवर्सिटी की एक मेडिकल छात्रा प्रिया गुप्ता ने फांसी लगा कर अपने होस्टल के कमरे आत्महत्या कर ली.
फर्स्ट इयर की यह BBD स्टूडेंट अयोध्या की रहने वाली हैं.
लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र में आने वाले विश्वविद्यालय की इस घटना के बारे में उस क्षेत्र के एसओ राम नरेश यादव ने बताया कि इस आत्महत्या की वजह अभी तक ज्ञात नहीं हो सकी हैं, लेकिन जांच चल रही हैं.
राम नरेश ने आगे बताते हुआ कहा कि प्रिया गुप्ता नाम की यह छात्रा BBD में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी. अपने पहले साल में प्रिया निर्मला होस्टल में रह रही थी. सुबह प्रिया के साथ होस्टल में रहने वाली अन्य लड़कियों ने जब उसके रूम का दरवाज़ा खटखटाया तो प्रिया ने कोई जवाब नहीं दिया. कई बार आवाज़ा देने पर जब प्रिया ने दरवाज़ा नहीं खोला तो वार्डन को बुलाया गया. इसके बाद वार्डन ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी.
इतना कुछ हो जाने के बाद जब रूम से कोई जवाब नहीं आया तब पुलिस को निर्मला होस्टल के कमरा नंबर 203 का दरवाज़ा तोड़ना ही पड़ा. दरवाज़ा खुलते ही प्रिया की लाश कमरे के पंखे से लटकी मिली. कमरे की तलाशी लेने पर पुलिस को प्रिया की एक डायरी मिली जिसमे उसने “बाबु आई लव यू” लिख दिया था. होस्टल की बाकि लड़कियों से जब बाबु के बारे में पुलिस ने पूछा तो कोई जानकारी नहीं मिल पाई लेकिन पुलिस मान रही हैं कि इस “बाबु” से प्रिया की मौत की अहम जानकारियाँ मिल सकती हैं.
पुलिस ने कहा हैं कि प्रिया के कॉल डिटेल्स से इस शख्स के बारे में पता चल सकता हैं.
पहली नज़र में यह पूरा मामला लव अफेयर का नज़र आ रहा था, लेकिन कॉलेज के बाकि छात्रो से बात करने पर पता चला कि प्रिया पिछले कई दिनों से कॉलेज के कुछ लोगों के कारण परेशान चल रही थी. सभी छात्रों ने अपनी इस बात का समर्थन करते हुए शाम को कॉलेज के पास एक कैंडल मार्च भी निकाला था, जिसके विरोध में पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए उन लाठीचार्ज कर दिया था.
पुलिस ने इस बारे बात करते हुए कहा कि प्रिया के साथ उसके होस्टल में रहने वाली उसकी रूम पार्टनर निहारिका जो 22 जुलाई से छुट्टी पर हैं इस पुरे मामले को सुलझाने में हमारी सहायता कर सकती हैं लेकिन उसके आने से पहले अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता.
प्रिया की मौत के बारे में जब उसके परिजनों को बताया गया तो वह अयोध्या से लखनऊ पहुच कर कॉलेज के चीफ़ प्रोक्टर डॉ कामिल रिज़वी से बात मिले. प्रिया की माँ अपनी बेटी की मौत से इतनी आवेश में थी कि उन्होंने डॉ कामिल से कहा हमने अपनी बेटी को यहाँ डॉक्टर बनने भेजा था, आपने हमसे जितने पैसे मांगे, हम दिया पर आप हमारी बेटी का ध्यान नहीं रख पाए. डॉ कामिल के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था.
प्रिया के मामा विनय गुप्ता से जब बात हुई तो उन्होंने बताया कि प्रिया बहुत सीधी-सादी लड़की थी, अपने काम से काम रखती थी. अभी कुछ दिन पहले ही उसने मुझे पैसे के लिए फ़ोन किया था और कहा था कि मामा इम्तिहान के कारण अभी बाहर नहीं निकल पाऊँगी इसलिए मेरे नंबर पर रिचार्ज करा दीजिये. प्रिया के मामा ने आगे कहा कि प्रिया पढ़ाई में बहुत अच्छी थी और क्लास में उसका अटेंडेंस भी हमेशा 90% के आसपास ही रहता था.
प्रिया की लाश को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने भेजते हुआ कहा कि रिपोर्ट के बाद ही और अधिक जानकारी हमें मिल पायेगी.
वैसे भारत में नेशनल क्राइम ब्यूरों के मुताबिक 3.3% मौत, आत्महत्या से होती हैं. 2013-14 के एक सर्वे में करीबन 4495 आत्महत्याएं की वजह लव अफेयर बताई गयी थी. हर साल हर १ लाख में से 30-40 मौतें 15 से 29 साल के युवा करते हैं.
विश्व में युवाओं की आत्महत्या का यह आकड़ा भारत में सबसे अधिक हैं.