ऑफिस में प्यार – ऑफिस में घंटों साथ काम करने पर दो लोगों के बीच प्यार होना काफी आसान बात है।
एकसाथ काम करना और एक-दूसरे की का में हैल्प करने पर ऑफिस में प्यार पनपने की शुरुआत आसानी से हो जाती है। आपके साथ भी कभी ना कभी तो ऐसा हुआ ही होगा जब आपको अपने ऑफिस में कोई पसंद आने लगा हो या ऑफिस में प्यार हुआ हो । ऐसा लगना कोई नई बात नहीं है। हर किसी के साथ ऐसा हो सकता है।
वैलेंटाइन डे भी आने वाला है, ऐसे में प्यार का खुमार तो और भी ज्यादा बढ़ जाएगा। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस साल वैलेंटाइन डे पर #MeToo का अच्छा खासा असर देखने को मिलेगा। वहीं एक्स्पर्ट्स ने ये भी बताया कि पिछले कुछ समय में ऑफिस अफेयर्स में कमी आई है। ऑफिस अफेयर्स अकसर शादी तक पहुंचते हैं लेकिन अब हालात कुछ बदल से गए हैं।
हाल ही में हुए एक सर्वे में ये बात सामने आई है कि अब लोग ऑफिस में अपने अफेयर की बात कबूलने से कतराने लगे हैं। ऐसे लोगों की संख्या में कमी दर्ज हुई है। वहीं कुछ महिला एक्टिविस्ट्स का कहना है कि बदलाव और ऑफिस में अनवाहे बर्ताव को लेकर जीरो टॉलरेंस तक पहुंचने में अभी और समय लगेगा।
उनका मानना है कि इस आंदोलन से लोगों में प्यार के लिए जरूरी, सीधे संवाद को बढ़ावा मिला है।
‘येस मीन्स येस’ नामक किताब लिखने वाले लेखक फ्रीडमन का कहना है कि जब हम अपने पार्टनर के साथ करने वाले बर्ताव के बारे में सोचना शुरु कर देंगें तो ये इससे हमारे बीच आपसी प्यार और विश्वास बढ़ेगा।
#MeToo आंदोलन के ज़रिए दुनियाभर की महिलाओं ने सोशल मीडिया पर अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के अनुभव को जाहिर किया। इस आंदोलन में एंटरटेनमेंट, राजनीति, बिजनेस और कई क्षेत्रों से जुड़े लोग एक्सपोज़ हुए हैं और उन्हें अपने पद से हाथ तक धोना पड़ा है।
इस आंदोलन के बाद से ही ऑफिस में प्यार में या ऑफिस अफेयर्स में कमी पाई गई। नामी लोगों पर लगे उत्पीड़न के आरोपों के कारण ऑफिस में अब कोई इतनी आसानी से फ्लर्ट नहीं करता है। लोग अब ध्यान रखते हैं कि उनके बर्ताव के कारण किसी को कोई परेशानी ना हो और सामने वाले की सहमति भी हो। उन्हें अपनी फीलिंग्स के बारे में खुलकर बोलना होता है। फूल या कार्ड्स जैसी रोमांटिक चीज़ें भी अब उत्पीड़न के तौर पर ली जा सकती हैं।
अब तो आप समझ गए ना कि ऑफिस में प्यार करना भी आपके लिए मुसीबत बन सकता है। इस आंदोलन के बाद से लोगों को ऑफिस में प्यार करने में हिचकिचाहट महसूस होने लगी है। अब उन्हें भी डर लगता है कि कहीं दूसरों की तरह उन पर भी उत्पीड़न का आरोप ना लग जाए और जब फूलों और कार्ड्स देने को भी उत्पीड़न बता दिया गया है तो फिर भला कोई अपने प्यार के इज़हार करने की हिम्मत कैसे जुटा पाएगा।
अगर आप भी ऑफिस में प्यार करते हैं तो ज़रा सोच-समझकर आगे बढ़ें और अपने दिल की बात सामने वाले के आगे रखें। आपके दिल की बात सामने वाले को पसंद भी आ सकती है और नहीं भी इसलिए जो भी करें सोच-समझकर करें।