ENG | HINDI

समंदर में छिपा था ये परमाणु बम – अब जाकर अमेरिका ने राहत की सांस ली !

परमाणु बम

अमेरिका ने अब जाकर राहत की सांस ली है।

इसलिए नहीं कि वहां डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने गए है।

या आतंकी संगठन आईएसआईएस की धमकी के बाद बिना खून खराबे के चुनाव सम्पन्न हो गए है। बल्कि इसलिए कि उसका करीब 66 वर्ष से लापता परमाणु बम मिल गया है।

गौरतलब है कि 1950 में अमेरिका का एक परमाणु बम खो गया था। जिसको काफी समय तक खोजा गया लेकिन वह नहीं मिला। अब जाकर एक गोताखोर उसे खोजने का दावा किया है कि उसने उस बम को खोज निकाला है। बताया जा रहा है कि 1950 के दशक में अमेरिका का एक बम वर्षक विमान दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। यह विमान ब्रिटिश कोलंबिया के पास उस समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. जब यह टेक्सास के कार्सवेल एयरफोर्स बेस जा रहा था। इस विमान में मार्क 4 परमाणु बम लगा था।

कहा जाता है कि दुर्घटनाग्रस्त हुए अमरीकी बमवर्षक बी 36 में लगा परमाणु बम भी उसके साथ समुद्र में गिर गया था जिसका पता नहीं चल सका था। इस बम में लेड, यूरेनियम और टीएनटी भरा हुआ था। लेकिन उसमें प्लोटोनियम नहीं था जिसके चलते यह परमाणु धमाका करने में सक्षम नहीं था।

जानकारों का कहना है कि जैसे ही अमेरिका बी 36 बम वर्षक रनवे से उड़ा तो इस विमान में उड़ान के कुछ देर बाद ही आग लग गई थी। चालक दल ने विमान को ऑटो पायलट मोड पर लगाकर पैराशूट के जरिए इससे छलांग दी थी। इस हादसे में विमान में सवार करीब 17 में से पांच सदस्यों की मौत हो गई थी। अमरीकी सेना के मुताबिक तीन साल बाद इसका मलबा सैकड़ों किमी के दायरे में बिखरा पाया गया था।

इसको तलाशने का दावा करने वाले सीन सिमरीचिंस्की ने बताया कि ब्रिटिश कोलंबिया के पास जब वे समुद्री ककड़ी की तलाश में गोता लगाकर ककड़ी खोज रहे थे तो उस समय उन्हें समुद्र की तलहटी में कुछ अजीब से चीज दिखाई दी थी। देखने में यह कुछ उड़नतश्तरी जैसी दिखाई दे रही थी।

सीन के मुताबिक यह अनोखी चीज का साइज हमारे किंग साइज बेड से भी कहीं अधिक था। वह ऊपर से चपटा था और उसा तला गोलाकार था और इसके बीचों-बीच छेद था। लेकिन जैसे ही उन्होंने देखा कि ये धातु का बना विशालकाय बमनुमा वस्तु उड़नतश्तरी नहीं बल्कि कोई बम है तो उन्होंने तुरंत ही इसकी सूचना दी।

जांच के बाद पता चला कि संभव हो जिसको मामूली बम समझा जा रहा है वह वहीं परमाणु बम हो सकता है, जो 1950 में विमान हादसे के बाद समुंद्र में लापता हो गया था।

Article Categories:
इतिहास