ये तो हर कोई जानता है भगवान शंकर को धतूरा चढ़ाया जाता है और शंकर भगवान को धतूरा बेहद पसंद है।
माना जाता है कि अगर आप शंकर भगवान की पूजा करते हैं और उसमें धतूरा नहीं चढ़ाते तो वो पूजा अधूरी मानी जाती है। धतूरा शंकर जी का बेहद पसंदीदा तो है ही साथ ही ये कई बीमारियों में भी काफी लाभदायक सिद्ध होता है। धतूरे का इस्तेमाल कई दवाईयों के बनाने के दौरान किया जाता है और कई बड़ी बीमारियों की दवाईयां धतूरे के उपयोग से ही बनाई जाती हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि धतूरा आपके लिए कैसे फायदेमंद साबित हो सकता है।
घुटने के दर्द का है रामबाण इलाज:
अगर आपके घुटनों में दर्द रहता है और उनमें सूजन रहती है तो फिर आपके लिए धतूरा काफी फायदेमंद है। सूजन या फिर दर्द रहने पर आप धतूरे के पत्तों को पीसकर उसे दर्द या फिर सूजन वाली जगह पर लगाए। कुछ देर बाद आप महसूस करेंगे कि आपका दर्द या फिर सूजन गायब हो गया और आप अच्छा महसूस करने लगेंगे। इसके अलावा गैस से जुड़ी कई बीमारियों में भी धतूरे का इस्तेमाल ही किया जाता है।
गंजेपन के लिए सबसे असरदार औषधि:
अगर आपके बाल झड़ रहे हैं या फिर आप गंजे हैं तो फिर आपके लिए धतूरे से बढ़िया इलाज कोई और नहीं हो सकता है। धतूरे के उपयोग से आप अपने गंजेपन को आसानी से दूर कर सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार धतूरे को नियमित रूप से सिर पर लगाने से गंजेपन और बाल झड़ने की समस्या से निजात पाया जा सकता है और यही नहीं इससे आपके बाल पहले से ज्यादा घने होंगे।
कान के दर्द का है शानदार इलाज:
अगर आप कान के दर्द से परेशान हैं और आपकों लगातार कान का दर्द रहता है तो आप धतूरे के उपयोग से इस बीमारी से निजात पा सकते हैं। कान के दर्द के लिए कहा जाता है कि 250 मिली ग्राम सरसों के तेल में, 60 मिलीग्राम गंधक और 500 ग्राम धतूरों के पत्तों को धीमी आंच पर पकाएं। पकने के बाद जो तेल निकले उसे 2-3 बूंद अपने कान पर डालें। जैसे ही आप तेल की बूंदों को अपने कान में डालेंगे वैसे ही आपका दर्द छू मंतर हो जाएगा।
आयुर्वेद का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है और हम अक्सर इसे नजरअंदाज करते रहते हैं।
लेकिन कई बड़ी बीमारियों का इलाज आयुर्वेद से संभव है। लेकिन हमें इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए। आयुर्वेद इलाज की खासियत ये होती है कि इससे आपको कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। आज की तारीख में योग गुरु बाबा रामदेव ने कई तरह की आयुर्वेदिक जड़ीबूटियां बनाईं हैं और देश के लोगों को उनके फायदे भी बताए हैं। साफ है धतूरा भी आयुर्वेद का ही हिस्सा है और इससे हम कई लाभ उठा सकते हैं।
हालांकि हम आपको बता दें कि इसमें जहर भी होता है और इसलिए आप जब भी इसका इस्तेमाल करें तो थोड़ा सचेत जरूर रहें।