कामदेव ने की शिव की तपस्या भंग
कामदेव शिव तपोस्थली पर पहुंचे और तरह-तरह के प्रयोग करके शिव का ध्यान भंग करने में लग गए. ताकि शिव और पार्वती का मिलन हो सके.
कामदेव ने खुद को आम के पेड़ के पत्तो के पीछे छुपाकर शिवजी पर पुष्प बाण चलाया, जो सीधे भगवान शिव के हृदय में जा लगा. पुष्प बाण की वजह से शिवजी की समाधि टूट गई और कामदेव उनकी तपस्या भंग करने में सफल हो गए.