सती के वियोग में शिव ने ली समाधि
शिवपुराण की एक कथा के मुताबिक एक बार राजा दक्ष ने विशाल यज्ञ का आयोजन किया था. इस यज्ञ के दौरान अपने और अपने पति शिव का अपमान न सह पाने की वजह से माता सती ने हवन कुंड की पवित्र अग्नि में कूदकर आत्मदाह कर लिया.
माता सती के आत्मदाह की खबर सुनते ही शिव क्रोध में आकर तांडव करने लगे. उनके तांडव से पूरे संसार में हाहाकार मच गया. इससे घबराए देवताओं ने भगवान शिव से तांडव रोकने का आग्रह किया. जिसके बाद शांत होकर हज़ारों वर्षों के लिए भोलेनाथ समाधि में लीन हो गए.