राम की सबसे ऊंची मूर्ति – इन दिनों हमारे देश के राजनेताओं पर ऊंची-ऊंची प्रतिमाएं बनाने का जुनून सवार है.
गुजरात में सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा के बाद अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. इसके अलावा सुनने में आ रहा है कि आंध्रप्रदेशन विधानसभी की नई प्रस्तावित इमारत की ऊंचाई सरदार पटेल की मूर्ति से भी कहीं ज़्यादा होगी यानी एक तरह से मूर्तियों और इमारत की ऊंचाई को लेकर होड़ मची हुई है.
राम मंदिर निर्माण की मांग के बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ सरकार ने अयोध्या में भगवान राम की 221 मीटर ऊंची मूर्ति बनाने का फैसला किया है.
यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा यानी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से करीब 39 मीटर ऊंची होगी. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 182 मीटर है. भगवान राम की मूर्ति का डिजायन फाइनल हो चुका है और इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी है. मूर्ति बनने की जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्वीट किया.
राम की सबसे ऊंची मूर्ति –
अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से हरी झंडी मिल गई है. सीएम योगी ने इस पर प्रेजेंटेशन लिया और इसके बाद इस प्रोजेक्ट को फाइनल कर दिया है. इस मूर्ति की ऊंचाई 151 मीटर होगी. इसका आधार 50 मीटर का होगा और इसके ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र होगा.
यानी इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 221 मीटर होगी. मूर्ति के बेस के अंदर एक भव्य हॉल होगा.
राम की सबसे ऊंची मूर्ति – मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रोजेक्ट में मूर्ति के अलावा विश्राम घर, श्रीराम की कुटिया और रामलीला मैदान भी बनाया जाएगा. अब इन मूर्तियों से न जिसकी मूर्ति बन रही है उसका कोई फायदा है और न ही आम जनता का, फिर भी सरकार इस पर करोड़ों रूपए फूंकने को तैयार है.