राम की मूर्ति – अयोध्या की विवादित जमीन पर राम मंदिर बनेगा या नहीं ये तो पता नहीं, क्योंकि अभी तक ये मामला अदालत में लंबित है, लेकिन कुछ लोगों को इस बात का पूरा यकीन है कि इस जमीन पर राम मंदिर ज़रूर बनेगा तभी तो ये लोग चोरी-छुपे राम मंदिर के लिए मूर्तियां बनवा रहे हैं.
राममंदिर का मुकदमा देश की सबसे बड़ी अदालत में चल रहा है.
वहीं दूसरी ओर 2019 लोकसभा चुनाव के पहले अचानक राम मंदिर को लेकर सरगर्मियां तेज हो गयी हैं.
शिवसेना इस मुद्दे को पूरे जोर शोर से उठा रही है. उधर रामघाट क्षेत्र में एक किनारे टीन शेड में हो रहे गुपचुप निर्माण के बारे में किसी को जानकारी नहीं है. दरअसल, यहां मंदिर के लिए मूर्तियां बन रही हैं. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की योजना के अनुसार दशरथ के पुत्रेष्टि यज्ञ एवं रामजन्म से लेकर मां सीता के धरती में समाहित होने तथा राम की जलसमाधि से स्वर्ग जाने तक के सारे क्रम को मूर्तियों का रूप दिया जाएगा.
इसके अलावा रामायण के और भी बहुत से प्रसंग को मूर्ति का रूप दिया जाएगा और इसके लिए काम शुरू भी हो गया है.
यह मूर्तियां सीमेंट, सरिया और कंक्रीट के मिश्रण से बनाई जा रही है. इन मूर्तियों को इस तरह बनाया जा रहा है कि यह श्री राम के जीवनकाल के आरंभ से लेकर सरयू में गुप्त होने तक के सभी प्रमुख पहलुओं का एहसास कराए और उसको जीवंत बनाये. हालांकि इसके बारे में चंद लोगों को छोड़कर किसी को कोई जानकारी नहीं है ये काम चुपचाप किया जा रहा है.
कहा जा रहा है कि जब राममंदिर बन जाएगा तो उसके चारों तरफ 67 एकड़ जमीन में चारों तरफ यह राम की मूर्ति लगाई जाएंगी. अदालत का मंदिर मुद्दे पर क्या फैसला आता है वो तो पता नहीं, लेकिन विश्व हिंदू परिषद से जुड़े लोगों को विश्वास है कि यहां राम लला का मंदिर बनेगा और वो उनके जीवन को मूर्ति रूप में जीवंत करेंगे.
राम की मूर्ति – अयोध्या की विवादित जमीन पर क्या कभी राम मंदिर बन पाएगा इस बारे में कुछ भी कहना बहुत मुश्किल है क्योंकि यह लोगों की आस्था और अदालत से जुड़ा मसला है.