जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के मंदिरों की सुंदरता देखते ही बनती हैं, मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है. जन्माष्टमी के दिन कृष्ण जी के मंदिरों का दर्शन बहुत शुभ होता है. रात के समय यहां बहुत भीड़ लगती है.
चलिए आपको बताते हैं जन्माष्टमी के मौके पर भगावन कृष्ण के किन मंदिरों के दर्शन करन चाहिए.
१ – कृष्ण जन्मभूमि
मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि पर जन्माष्टमी मनाने के लिए देश और दुनिया से लाखों की संख्या में भक्त आते हैं. इस दिन मथुरा में दीवाली जैसा माहौल रहता है. इस मंदिर में खासतौर पर जन्माष्टमी बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है. यह मंदिर मथुरा के बीचोबीच स्थित है.
२ – द्वारकाधीश मंदिर
यह मंदिर गुजरात के द्वारका में है, ऐसा माना जाता है कि यहां कभी भगवान कृष्ण का साम्राज्य हुआ करता था, ये 5 मंजिला मंदिर 72 पिलरों पर बना हुआ है. मंदिर करीब 2500 साल पुराना है. द्वारका कृष्ण की नगरी है.
३ – इस्कॉन मंदिर
यह मंदिर देश ही नहीं विदेशियों के बीच भी बहुत पॉप्लयुलर है. यहां सबसे ज्यादा विदेशी श्रद्धालु आते हैं, जन्माष्टमी के दौरान भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. इस्कॉन के मंदिर मथुरा के अलावा दिल्ली, बेंगलुरु और भारत से बाहर अमेरिका में भी है. जन्माष्टमी में आप भी इस मंदिर के दर्शन ज़रूर करें, इसे बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया जाता है.
४ – जुगल किशोर मंदिर
मथुरा के सबसे प्राचीन और लोकप्रिय मंदिरों में से एक जुगल किशोर मंदिर को केसी मंदिर भी कहा जाता है, ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने केसी राक्षसी को मारकर यमुना के घाट को उसके आतंक से मुक्त किया था. यहां शाम की यमुना आरती का नजारा बेहद सुंदर होता है.
५ – वेणु गोपाल मंदिर
कर्णाटक के मैसूर का वेणुगोपाल मंदिर दक्षिण में भगवान कृष्ण का बहुत मशहूर मंदिर है, यह मंदिर कृष्ण सागर बांध के पास बना हुआ है और यहां पर कृष्ण बांसुरी बजाते हुए नजर आते हैं. कृष्ण भक्तों के बीच यह मंदिर बहुत मशहूर है.
इस बार जन्माष्टमी के मौके पर यदि आप कृष्ण जन्मोत्सव का सुंदर नज़ारा देखना चाहते हैं तो भारत के इन मंदिरों की सैर ज़रूर करें.