हनुमान विवाह के लिए योग्य कन्या की तलाश शुरू हुई.
सूर्य देव ने हनुमान को बताया की उनकी परम तेजस्वी और तपस्वी पुत्री सुर्वंचला हनुमान के लिए सबसे योग्य कन्या है. सुर्वंचला में इतना तेज़ है कि और कोई देवता या मनुष्य उसका तेज़ सहन नहीं कर सकता. जिस प्रकार सुर्वंचला के लिए हनुमान सबसे योग्य थे उसी प्रकार हनुमान के लिए भी सुर्वंचला ही सबसे योग्य थी. सुर्वंचला से विवाह के बाद भी हनुमान के ब्रह्मचर्य को कोई आंच नहीं आने वाली थी.
कैसे विवाह के बाद भी रहे हनुमान ब्रह्मचारी