9 में से शेष बची 4 विद्या केवल विवाहित शिष्यों को ही सिखाई जा सकती थी.
अब समस्या ये थी कि हनुमान तो बाल ब्रह्मचारी थे तो कैसे वो विद्याएँ सीखते और अविवाहित को सूर्यदेव वो विद्याएँ सीखा नहीं सकते थे. ये सुनकर हनुमान सकते में आ गए क्योंकि विवाह करने का मतलब था उनका ब्रह्मचर्य भंग हो जाना. लेकिन हनुमा को सभी 9 विद्याओं का भी ज्ञान लेना था. इसलिए काफी सोच विचार के बाद हनुमान विवाह के लिए मान .
आगे… कौन थी हनुमान की पत्नी