अब हम जो आप को खबर बताने जा रहे हैं उसको ध्यान से पढ़िए.
हाल में भारत में कुछ छोटे छोटे हमले हुए हैं.
इन हमलों की मीडिया में कोई खास चर्चा नहीं हुई. लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं है कि इन हमलों को देश को हल्के में ले लेना चाहिए.
क्योंकि जिस प्रकार से ये हमले हो रहे हैं वे सीधे सीधे भारत पर फ्रांस और जर्मनी की तरह वुल्फ हमले का संकेत करते हैं.
वह इसलिए कि देश में जिस प्रकार एक के बाद एक रेल पटरियों को उखाड़कर रेल हादसों को अंजाम दिया जा रहा है वह उसी ओर संकेत करता हैं. क्योंकि इन रेल हादसों को अंजाम देने के तरीकों को देखते हुए जांच एजेंसियों ने भी इनके पीछे साजिश की आंशका जाहिर की है.
अगर आप को ध्यान हो तो कुछ समय पहले खुफिया एजेंसियों ने भारत में आईएसआईएस समर्थक लोन वुल्फ हमले के खतरे को लेकर हाई अलर्ट जारी किया था. उस वक्त केंद्र ने तकरीबन सभी राज्यों को लोन वुल्फ हमले को लेकर अलर्ट रहने को कहा था.
अब जिस प्रकार भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में धमाकों को लेकर जांच एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने भारत में दस्तक देने की बात कही है उससे संदेह जाता है कि कहीं ये आईएस के आतंकियों के द्वारा वुल्फ हमले तो नहीं किए जा रहे है.
आपको बता दें कि भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन घमाका आईएस के मॉड्यूल का देश के भीतर पहला आतंकी हमला है. इस कम तीव्रता वाले धमाके में 10 लोग घायल हुए हैं.
इस हमले का मास्टरमाइंड और गैंग का लीडर सैफुल्लाह लखनऊ में धमाकें के कुछ देर बाद पुलिस ने ट्रेस कर लिया और बाद में यूपी पुलिस ने रातभर चले एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया. गैंग के सभी 8 लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं.
आपको बता दें कि बीते एक साल में एनआईए और पुलिस ने विभिन्न राज्यों से ऐसे करीब 60 भारतीय मूल के लोगों को पकड़ा है जो आईएस में शामिल हुए थे. वे देश के भीतर किसी भी तरह के हमले में भूमिका निभा सकते थे.
उस वक्त जांच एजेंसियों को इनसे जो जानकारी मिली थी उसके अनुसार आईएसआईएस भारत में लोन वुल्फ हमले की फिराक में है. तब इसकोे लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने मीटिंग भी की है कि ये आतंकी किस प्रकार देश के भीतर हमले कर सकते हैं.
लेकिन जब उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक एक ही प्रकार से रेल ट्रेक टूटने लगे और उनमें से कुछ पर हादसे हुए तो उसको लेकर जो इनपुट मिले तो उनसे पता चला कि इन सब के पीछे तो बाहरी ताकत है.