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बिहार में बड़े पैमाने पर लोग कर रहे हैं विदेश यात्राएं.. जानिये क्यों?

बिहार में शराब

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराब पर बैन क्या लगाया, लोगों पीने के लिए सरहदे पार करना शुरू कर दिया है.

जी हां, बिहार के लोग अब शराब पीने के लिए देश ही नहीं विदेश यात्राएं तक कर रहे हैं.

पहले बिहार के लोग शराब पीने के लिए राज्य से सटे उत्तर प्रदेश, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में जाकर ही शराब पीते थे लेकिन अब वे पड़ोसी देश नेपाल में जाकर भी शराब की तलब मिटा रहे हैं. दरअसल, भारत के पड़ोसी देश नेपाल की सीमा बिहार से लगती है. भारत और नेपाल के बीच खुली सीमा रेखा है. जिस कारण बार्डर पार कर दोनों देशों के लोग कभी भी एक दूसरे की सीमा में आ जा सकते हैं.
बिहार से हर रोज बड़ी संख्या में लोग न केवल बाइक पर सवार होकर बल्कि कई कई किलोमीटर पैदल चलकर नेपाल सीमा के पास स्थित गांवों में जा रहे हैं.

यही नहीं, ये लोग मुंह मांगी कीमत देकर यहां आकर शराब पीते हैं. क्योंकि बिहार में शराब पीने पर प्रतिबंध है बल्कि शराब लेकर चलने पर भी सजा का प्रावधान है.

वहीं दूसरी ओर बिहार में शराब बंदी के बाद भारत-नेपाल सीमा पर बसे नेपाल के गांवों में शराब का कारोबार एकाएक तेजी से बढ़ गया है. मौके का फायदा उठाकर नेपाली लोग ऊंची कीमतों पर शराब बेच रहे हैं.

ऐसा ही कारोबार लाही में चल रहा है. यहां लोग धड्ल्ले से ऊंची कीमतों पर शराब बेच रहे हैं. वहीं लोग आकर पी भी रहे हैं. बिहार में शराब ले जाने पर पकड़े जाने के डर से लोग यहां के घरों के भीतर शराब की खरीद फरोख्त कर रहे हैं. आपको बता दें कि भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी के जवानों की ओर से चौकसी बरती जा रही है, ताकि शराब के अवैध कारोबार को रोका जा सके.

बिहार की नीतीश सरकार ने 5 अप्रैल से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी है.

बिहार सरकार भारत सरकार के माध्यम से नेपाल पर दवाब बना रही है कि शराब बंदी को सफल बनाने के लिए नेपाल बिहार सरकार की मदद करे.

लेकिन दोनों देशों में शराब के लिए अलग-अलग कानून होने से इसमें कठिनाई आ रही है.