बार गर्ल्स की ज़िंदगी – वेश्यावृत्ति आज के समाज की सच्चाई बन चुकी है।
कुछ लोग इस धंधे में अपनी मर्जी से आते हैं तो मजबूरी में काम करते हैं। भारत के कई गरीब राज्यों से लड़कियों को धोखा देकर शहर लाकर गलत कामों में धकेल दिया जाता है, वहीं बेसहारा लड़कियों और महिलाओं के लिए भी अपने परिवार का पेट पालना इस धंधे में आने की बड़ी वजह होता है।
वेश्यावृत्ति के बाद नाम आता है बार में काम करने वाली डांसर्स का। इस काम में पैसे भले ही ज्यादा मिलते हों लेकिन इसे महिलाओं के लिए इज्जत का काम नहीं माना जाता है। अधिकतर महिलाएं और लड़कियां किसी ना किसी मजबूरी की वजह से बार में काम करती हैं वरना ऐसा काम कोई भी शरीफ घर की लड़की ना करे।
आज हम आपको बार गर्ल्स की ज़िंदगी की कड़वी सच्चाई के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर आप भी हैरान रह जाएंगें।
तो चलिए जानते हैं बार गर्ल्स की ज़िंदगी से जुड़े कड़वे सच के बारे में…
बार गर्ल्स की ज़िंदगी के बारे में –
- इस माहौल में काम करने वाली लड़कियों की जिंदगी किसी नर्क से कम नहीं है। इन्हें सच्चा प्यार नहीं मिलता लेकिन गंदी नज़रें जरूर मिलती हैं। बड़ी आसानी से ये लोगों की हवस का शिकार हो जाती हैं।
- शुरुआत में जब लड़कियों को इस काम में धकेला जाता है तो उन्हें खासतौर पर ये बताया जाता है कि उन्हें किसी से भी अपने असली नाम का खुलासा नहीं करना है। अपने कस्टमर्स को ये अलग-अलग नाम बताती हैं जिससे इनकी असली पहचान किसी को पता ना चल सके।
- इस काम में अपनी जिंदगी बिताने वाली लड़कियों के परिवार तक को इस बात की खबर नहीं होती है कि उनकी बेटियां बड़े-बड़े शहरों में जाकर डांस बार में बार गर्ल या डांसर का काम कर रही हैं। ये राज़ उस महिला के दिल में ही दफन रहता है कि वो कभी डांस बार में काम करती थी।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां काम करने वाली लड़कियां भी आम लड़कियों की तरह ही सपने बुनती हैं। इनका भी सपना होता है कि इनका भी अपना घर हो, अपना परिवार हो और कोई सच्चा प्यार करने वाला इंसाल हो लेकिन 100 में से सिर्फ एक ही ऐसी खुशनसीब लड़की होती है जिसे बार गर्ल बनने के बाद ये सुख नसीब होता है। अधिकतर लोग तो बस इनका फायदा ही उठाना चाहते हैं।
- बार में काम करने वाली लड़कियां अपनी मर्जी से यहां नहीं आती हैं बल्कि उन्हें यहां तक कोई ना कोई मजबूरी खींच कर लाती है।
- वेश्याओं के साथ-साथ बार गर्ल्स की हालत भी खराब है। कुछ समय पहले मुंबई के बार बैन हो गए थे और इस वजह से कई औरतों की रोजी-रोटी छिन गई थी। मुंबई के बार में काम करने वाली इन औरतों का कहना था कि वो यहां काम करके अपने बच्चों का पेट पालती हैं और इनके बंद होने से उन्हें दो वक्त की रोटी तक नसीब नहीं हो पा रही है।
बार गर्ल्स की ज़िंदगी – बस इसी घटना से आप समझ सकते हैं कि बेसहारा महिलाओं के लिए वेश्यावृत्ति और बार डांसर जैसे काम करना कितनी बड़ी मजबूरी है।