कम सोने से मोटापे का खतरा – कुछ लोग काम करने और पढ़ने के कारण खाना-पीना और सानो सबकुछ छोड़ देते हैं।
बात खाना-पीना छोड़ने तक तो ठीक है, लेकिन कम सोना कभी भी स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं माना जाता और ये सही होता भी नहीं। कम सोने से कई सारी समस्या होती है।
लेकिन सबसे बड़ी समस्या जो होती है वो मोटापे की होती है। कम सोने से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है ।
कम सोने से मोटापे का खतरा :-
मोटापे की बीमारी
देर रात तक अगर आप काम करती हैं और सुबह कॉलेज या ऑफिस जाने के लिए जल्दी उठ जाती हैं तो ये आपको बीमार कर सकता है। और अगर आधे घंटे से भी कम की नींद लेती हैं तो सबसे पहले आपको मोटापे की बीमारी घेर लेती है। मोटापा एक बीमारी है जो अन्य बीमारियों को भी न्यौता देता है। इसलिए कहा भी जाता है कि अगर रहना है स्वस्थ तो हमेशा मोटापे को खुद से दूर रखें।
कम नींद मतलब मोटापा
कई रिसर्च में ये बात निकलकर आई है कि कम सोने मोटापा बढ़ता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि अगर आप रोज आधा घंटा कम सोते हैं तो आपका वजन बढ़ सकता है। वैसे तो इस पर कई सारी रिसर्च हुई हैं लेकिन ये तीन रिसर्च काफी फेमस है।
रिसर्च 1 – वेल कोर्नेल मेडिकल कॉलेज (कतर, दोहा) में हुई एक स्टडी के मुताबिक, अगर 30 मिनट भी कम नींद ली जाए तो मोटापे और इंसुलिन बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है। नींद एडिक्टिव होती है और उसका असर मेटाबॉलिक सिस्टम पर पड़ता है।
रिसर्च 2 – ये रिसर्च अमेरिका के केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी में हुई है जिसमें 68,000 महिलाओं पर अध्ययन किया गया था। अध्ययन में ये निकल कर आया कि जो महिलाएं पांच घंटे से कम नींद लेती हैं उनका वजन सामान्य से कहीं ज्यादा होता है। जो महिलाएं पांच घंटे की नींद लेती हैं उनका वजन सात घंटे से कम की नींद लेने वाली महिलाओं की तुलना में ज्यादा होता है।
क्या होता है
कम सोने से नींद पूरी नहीं होती। नींद पूरी नहीं होती तो शरीर में लेप्टिन का स्तर कम हो जाता है और फिर उससे ज्यादा भूख लगने की समस्या होती है। इसी स्थिति में भूख लगने के लिए जिम्मेदार ग्रेलिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और मस्तिष्क को भूख लगने का संकेत मिल जाता है। व्यक्ति को कुछ खाने की इच्छा होने लगती है। इसका नतीजा मोटापे के रूप में सामने आता है।
रिसर्च 3 – तीसरी स्टडी यूरोप में हुई है जो कि अमेरिकन जर्नल ऑफ क्रिटिकल न्यूट्रिशन में पब्लिश हुई थी। इस अध्ययन में कहा गया है कि कम सोने से वजन बढ़ सकता है और इसकी वजह सिर्फ यही नहीं है कि जगे रहने से भूख भी लगती है, बल्कि चयापचय धीमा होने से कैलरी खर्च होने की रफ्तार घट जाती है, शरीर को कम ऊर्जा की जरूरत होती है।
क्या होता है
इस स्टडी के अनुसार कम सोने शरीर में मेटबॉलिज्म की गति बिगड़ जाती है और मेटाबॉलिज्म स्लो हा जाता है। मेटाबॉलिज्म के स्लो होने से खाना अच्छे से नहीं पचता और पेट निकलने की समस्या होने लगती है।
दिल की समस्या का भी खतरा
कम सोने से मोटापे का खतरा बढ़ता है जिसके बाद दिल की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। अमेरिका में 2012 में कार्डियोलोजी सम्मेलन में प्रस्तुत किए गए शोध के नतीजों से पता चला कि कम सोने का संबंध दिल की समस्याओं से भी जुड़ा है। इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने 3,000 लोगों को शामिल किया है। से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया। पाया गया कि पर्याप्त नींद ना लेने वालों में एनजाइना का खतरा दोगुना और कोरोनरी धमनी की बीमारी का जोखिम 1.1 गुना बढ़ जाता है।साल 2007 में 10,000 लोगों पर हुई रिसर्च बताती है कि जो लोग कम सोते हैं उनके अवसाद में जाने की संभावना आम लोगों से पांच गुना ज्यादा है।
इस तरह से कम सोने से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है – तो इसलिए कहा जाता है कि हमेशा अपनी नींद पूरी करें और स्वस्थ रहें। कम सोने से आपका मूड भी पूरे दिन खराब रहता है। इसलिए काम कितना भी जरूरी हो लेकिन हमेशा याद रखिएगा कि वो आपके स्वास्थ्य से ज्यादा जरूरी नहीं है। इसलिए हमेशा अपनी नींद पूरी करें और फिर काम करें।