नीबू का खट्टा खट्टा अचार किसको पसंद नहीं आता है.
अचार का खट्टा स्वाद सबको भाता है लेकिन यह आचार बनाना हर किसीके बस की बात नहीं. घर में अचार बन भी जाता है तो जल्दी ख़राब होने लगता है और सही स्वाद भी नहीं मिल पाता है.
आम का अचार बनाना तो भारत में लगभग सभी जानते हैं लेकिन नींबू का अचार बनना सबको नहीं आता.
सही तरीके से बनाया हुआ नींबू का अचार ज्यादा बुखार में कुछ न खा पाने की स्थिति में दवाई की तरह काम करता है.
तो आइये जानते है नींबू का अचार बनाने की सही विधि
- सबसे पहले 1 किलो नीबू को अच्छी तरह पानी से धो लेते है. नीबू को धोने के बाद सुखा होने तक पोछ कर सुखा लेते है.
- नींबू का अचार में भरने के लिए मसाले के रूप में सिर्फ चार मसालों का मिश्रण बनाते है.
- पीसी हुई हल्दी पावडर, पीसी हुई लाल मिर्च पावडर, नमक और 1 चम्मच अजवाइन मिला ले.
- आचार बनने के लिए नीबू को दो तरह से काट सकते है. पहला खड़ा कर पूरी तरह से चार टुकड़े, दूसरा खड़ा जुड़ा चार टुकड़े काट सकते है.
- नींबू कम हो और अचार कुछ दिन तक चलाना हो तो पूरी तरह से अलग अलग चार भाग करके काटे. जब कि नीबू ज्यादा हो और आचार को लम्बे समय तक चलाना हो तो नीबू को जुड़ा हुआ चार भाग करे. ताकि आचार के मसाले का मिश्रण नीबू में जमा रहे.
- पूरे कटे हुए नीबू को एक बर्तन में लेकर हल्दी, मिर्च, अजवाइन और नमक का जो मिश्रण तैयार किया है, उसमें मिला दें और एक कांच के बर्तन में भर कर उस मिश्रण वाले नीबू को भर कर रख दें.
- नीबू जुड़ा हुआ कटा हो तो एक एक नीबू को पकड़ का ठूस ठूस कर बनाया हुआ मिश्रण भरे. जितना ज्यादा से ज्यादा दबाकर मसाला नीबू में भरेंगे उतना ज्यादा अच्छा होता है. मसाला भरने के बाद इस मसाला भरे नीबू को कांच या चीनी मिटटी के जार में रख लें .
- अब एक दुसरे बर्तन में जितने नींबू का अचार बनाए है उसमें 15-20 नीबू लेकर काट कर रस निकाल ले.
- इस रस को मसाले भरे नीबू की जार में ऊपर से गिराते हुए डाल दें.
- नींबू का अचार बनाते समय एक बात का ध्यान रखे कि इसके मसाले या रस में पानी का बिलकुल भी उपयोग ना करे.पानी को इससे दूर रखें.
- नींबू का अचार तैयार हो गया है. अब इसको कम से कम 15 दिन तक जार को अच्छी तरह ढक्कन बंद कर उलट पलट करते रहें बिना ढक्कन खोले. 15 दिन बाद आचार खाना शुरू कर सकते हैं.
- इस तरह बना नींबू का अचार स्वादिष्ट होने के साथ साथ सेहतमंद भी होता है.
- नींबू का अचार बनने के बाद जार के अचार को गलती से भी हाथ डालकर न निकालें. अचार हमेशा चम्मच से ही निकालें. हाथ से निकालने पर जल्दी ख़राब होता है.
- नीबू को गलाने के लिए उसको कभी भी उबाले नहीं. उबालने से नीबू की पौष्टिकता खत्म हो जाती है. नीबू को अपने आप मसाले के मिश्रण से गलने दे. इससे नीबू ज्यादा दिन तक चलेगा और स्वाथ्य के लिए भी अच्छा होता है.
इस तरह से बनाया गया नींबू का अचार सेहत को हानि नहीं पहुँचता है और बिमारी की स्थिति में भी खाया जा सकता है.
इस तरह बना नींबू का अचार पाचन में सही होता है और अपचन की समस्या को भी दूर करता है.