सलाहकार-
सलाहकार होना बेहद जरुरी है ऐसा चाणक्य का मानना था क्योंकि अच्छी या बुरी सलाह पर ही संस्थान का भविष्य़ निर्भर करता है.
चाणक्य ने अर्थशास्त्र के जो गुर सीखाए वो आज भी प्रासंगिक है. उन्हें अगर दुनिया का पहला मैनेजमेंट गुरु भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा. चाहे आपकी सफलता की राह कितनी भी कठिन हो चाणक्य के की कही बातें आपको सफलता की नई राह दिखाएंगी.