मंत्री-
मंत्री चाणक्य ने राजा के साथ मंत्रीयों की महत्ता के बारे में भी बहुत सी बातें की जिसे आज के युग में हम मैनेजर के तौर पर ले सकते है.
- ये एक ऐसा व्यक्ति होता जो कि लीडर की अनुपस्थिती में सब कुछ संभालता है. हमेशा सक्रीय रहता है.
- बिना मैनेजर के सहयोग के लीडर के लिए कुछ भी कर पाना संभव नहीं है.