7. अश्व्त्थामा बलिर्व्यासो हनुमान्श्च विभीषणः कृपः परशुरामश्च सप्तैते चिरजीविनः l
सप्तैतान्सस्मरे नित्यं मार्कण्डेययथाष्टकं जीवेद् वर्षशतं साग्रमं अप मृत्युविनिष्यति
इस मन्त्र में वह सात नाम है जो कलयुग में पृथ्वी पर जीवित हैं. इस मन्त्र का जाप निरंतर करते रहें.