कृति सेनन का डर – दिल्ली की बाला का मुंबई में बोलबाला.
जी हाँ, बॉलीवुड में फिल्म हिरोपंती से अपनी किस्मत आजमाने वाली कृति सेनन आज करोड़ों दिलों की धड़कन बन गई हैं. कृति को भी शायद ही पता था कि वो मुंबई में हीरोइन बन जाएंगी.
सपना देखा इंजीनियर बनने का और किस्मत ले आई यहाँ मुंबई नगरी.
अपने घर को छोड़ ये लड़की मुंबई तो पहुँच गई, लेकिन मुंबई में इसे एक बात बहुत डरते थी. अपने करियर के शुरूआती दौर में कृति सेनन का डर उस बात के लिए था. हीरोइन बनाना हर लड़की चाहती है, लेकिन उसके लिए किस तरह की मेहनत करनी होती है, इससे वो अनजान रहती हैं.
फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है जहाँ समय का कोई भरोसा नहीं.
यहाँ दिन की शुरुआत ही दोपहर के बाद से शुरू होती है और रात सुबह ४ बजे से शुरू होती है. एक आम नागरिक के लिए ये बहुत अलग होता है. 9 से 5 जॉब करने वाली की बेटी के लिए भी ये कुछ ऐसा ही था.
मॉडलिंग से हीरोइन बनने के लिए जब कृति मुंबई में आयीं, तो उन्हें एक बात हमेशा परेशान करती थी, वो थी रात. जी हाँ, कृति सेनन का डर था – रात ! जब कृति मुंबई आयीं तो काम करने का समय ही बहुत अटपटा लगा. कभी कभी तो रात हो जाती थी मीटिंग करते करते.
शुरुआत में कृति को इसका अंदाज़ा नहीं था.
पहले तो उन्होंने अपने पेरेंट्स से ये बात छुपाई, क्योंकि वो नहीं चाहती थीं कि उनके माता-पिता परेशान हों, फिर कृति इस स्थिति की आदी हो गईं. कृति ने बड़े ही प्यार से अपनी लाइफ को संभाला और अपने भीतर से इस डर को निकाल दिया. अब वो बड़े प्यार से अपने काम को करने में लग गईं.
कृति ने कहा कि जब वो अपनी परेशानी से पार पा लीं तब उन्होंने बॉलीवुड में काम करने की इस अनोखी स्टाइल को बताया. उनके माता-पिता को पहले बहुत बुरा लगा और कृति की चिंता सताने लगी, लेकिन कुछ दिनों में कृति ने उन सभी को समझा दिया. कृति ने कहा की अगर उन्हें हीरोइन बनना है तो इन सब बातों को दूर रखना होगा.
अब कृति बड़ी हीरोइन बन गई हैं. उन्हें पता है कि फिल्म इंडस्ट्री में लेट नाईट पार्टीज होती हैं. रात में काम होते हैं. ऐसे में कृति खुद को संभालना जान गई हैं अब.