इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच जीतने के बाद खेल प्रेमियों की टीम इंडिया से उम्मीदें बढ़ गई थी, लोगों को लगा कि शायद भारतीय कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में सालों बाद भारत अंग्रेज़ों की धरती पर उन्हें रौंदकर नया इतिहास बनाएगी, मगर अफसोस की ऐसा हो न सका.
टीम इंडिया इंग्लैंड से चौथा टेस्ट मैच हार गई और इसके साथ ही सीरिज़ भी गवां बैठी, मगर इसके बावजूग भारतीय कप्तान विराट कोहली की वाहवाही हो रही है.
आखिर क्यों, क्या किया है ऐसा विराट ने?
भारतीय कप्तान विराट कोहली की गिनती टीम इंडिया के सफल कप्तानों में होती है और उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने ढेरों मैच जीते हैं, मगर इंग्लैंड की धरती पर कोहली की कप्तानी ने कुछ खास कमाल नहीं दिखाया और टीम इंडिया टेस्ट सीरिज़ हार कई, मगर कप्तान ने अपना कमाल ज़रूर दिखाया. दरअसल, विराट कोहली ने बतौर कप्तान टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 4,000 रन बनाए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के चौथे दिन कोहली ने यह उपलब्धि हासिल की. 65वीं पारी में कोहली ने यह कारनामा किया.
इस तरह से वह अब वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ब्रायन लारा को भी पीछे छोड़ चुके हैं, जिन्होंने बतौर कप्तान 71 पारियों में 4000 रन बनाए थे.
आपको बता दें कि टेस्ट मैचों में सबसे तेज 6000 रन पूरा करने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन के नाम है. ब्रैडमैन ने यह रिकॉर्ड सिर्फ 68 पारियों में हासिल किया था. इसके बाद दूसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के गैरी सोबार्स और ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच के 111 पारियों में 6000 रन बनाए हैं. बता दें कि भारतीय कप्तान विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में 6000 रन बनाने वाले दसवें भारतीय बल्लेबाज हैं.
चौथे टेस्ट मैच में बतौर कप्तान 4000 रन पूरे करने के साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 6,000 रन का आंकड़ा भी पार किया. उन्होंने सबसे तेज 6000 रन बनाने के मामले में टीम इंडिया के पूर्व लेजेंड खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और विवियन रिचर्ड्स को पीछे छोड़ दिया.
चौथे टेस्ट के दूसरी पारी में कोहली ने 130 गेंदों में 4 चौकों की मदद से 58 रन बनाए. इस मैच की दूसरी पारी में 15 रन के स्कोर पर पहुंचते ही उन्होंने विदेशी ज़मीन पर टेस्ट क्रिकेट में एक नया रिकॉर्ड बना लिया. दरअसल कोहली पहले ऐसे भारतीय कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने एक टेस्ट सीरीज में 500 से ज्यादा रन बनाए हैं, ऐसा करने वाले विराट कोहली पहले एशियाई कप्तान भी बन गए हैं. इसके अलावा विदेशी दौरे पर एक टेस्ट सीरीज में 500 से ज्यादा रन बनाने वाले वह दुनिया के छठे कप्तान भी बन गए हैं.
भारतीय कप्तान विराट कोहली की टीम भले ही मैच हार गई हो, मगर विराट का शानदार परफॉर्मेंस जारी रहा जो साबित करती है कि हार से उनका मनोबल कम नहीं होता.