कथा के अनुसार महाभारत में एक बार अर्जुन ने द्रौपदी से विवाह की एक शर्त का उलन्घन्न किया था और युद्ध के समय पांडवों को जीत के लिए स्वेक्षिक बलि देनी की बात आई लेकिन पांचो भाइयों में से किसी एक की भी बलि युद्ध का रुख बदल सकती थी, इसलिए पांडवों को किसी अन्य राजकुमार की तलाश शुरू करनी पड़ी.
राजकुमार अरावन के पास जब यह प्रस्ताव गया तो वह सोच में पड़ गए क्योकि एक दिन के बाद उनकी होने वाली पत्नी विधवा हो जाएगी.
पांडवो की समस्या देखकर श्री कृष्ण ने अपना मोहिनी वाला रूप फिर से लेकर राजकुमार अरावन से विवाह किया और दुसरे दिन उनकी बलि के बाद उनकी पत्नी के रूप में विलाप किया.