ज़िन्दगी की रफ़्तार बहुत तेज़ हो गयी है और हम भी अपने आप को तेज़-तेज़ चलने से रोक नहीं पा रहे!
एक वक़्त ऐसा था जब हमारे माँ-बाप सब्र के साथ जीवन की ख़ुशियाँ बटोरने का इंतज़ार किया करते थे| लेकिन आज की जनरेशन ऐसा करने में बिलकुल विश्वास नहीं रखती| हमें सब कुछ आज, अभी और इसी वक़्त चाहिए!
जल्दी से नौकरी मिल जाए, पलक झपकते प्रमोशन हो जाए, तनख़्वाह हर दूसरे दिन बढ़े, एक नया घर हर छह महीने में खरीदें, कार तो हर महीने ही नयी आये, स्मार्ट फ़ोन और टीवी तो ऐसे बदलें जैसे हम कपड़े बदलते हैं और ऐसी ही कितनी ख्वाहिशें जिनका कोई अंत नहीं है!
यही कारण है कि जहाँ पहले के लोग एक ही नौकरी में पूरी ज़िन्दगी बिता दिया करते थे, वहीं आज लोगों के बायो-डेटा में एक कंपनी के साथ मुश्किल से एक-दो साल की नौकरी नज़र आती है! इसके पीछे कारण यही है कि सबको लगने लगा है एक जगह काम करो, थोड़ा अनुभव लो और फिर कुछ और पैसों के लिए फ़टाफ़ट दूसरी नौकरी पकड़ लो! फिर वहाँ कुछ समय काम किया और उसके बाद एक छोटी-सी प्रमोशन और कुछ और पैसों के लिए दूसरी जगह नौकरी पकड़ ली| मतलब 4-5 सालों की नौकरी में 3-4 कंपनियाँ बदल ली जाती हैं!
शुरू में तो अच्छा लगता है कि इतने जल्दी पैसे बढ़ जाते हैं, सपने पूरे होने लगते हैं लेकिन जिस बात से आप अनजान हैं वो यह है कि आज भी बड़ी कंपनियाँ इस बात पर ध्यान देती हैं कि आप में कितनी स्थिरता है, कितना ठहराव है और आप एक ही जगह टिक के कितने वक़्त तक काम कर सकते हैं! जल्दी-जल्दी नौकरी बदलने के फ़ायदे तो आपने जान लिए, ज़रा नुकसान भी सुन लीजिये!
इस का हल यही है कि एक जगह ज़रा आराम से काम कीजिये| जब करियर शुरू हो रहा हो तो पैसे से ज़्यादा काम सीखने की ज़रुरत होती है! अपनी एक छवि बनाइये, यह सिद्ध कीजिये कि आप सच में कमाल का काम करते हैं ताकि आपकी कंपनी ख़ुद ही आपको प्रमोशन भी दे और बेहतर सैलरी भी! वरना अगर आप काम में अच्छे हैं तो कुछ समय के बाद सारी दुनिया यह बात जान ही जायेगी और फिर आपको थोड़े से पैसों के लिए यहाँ वहाँ फुदकना नहीं पड़ेगा!
एक लम्बे और सफ़ल करियर के लिए ज़रूरी है अच्छा काम और वो भी चुनिंदा कुछ ही कंपनियों के साथ वरना थोड़ी दूर तो उड़ेंगे, फिर आपके पंख इंडस्ट्री ख़ुद ही काट देगी!
इसलिए थोड़ा संभल के, थोड़े ठहराव का साथ काम कीजिये!
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