कारगिल युद्ध से पहले शायद ही कभी ऐसा हुआ जब भारत और पाकिस्तान के बीच खेल को रोकना पड़ा हो.
दरअसल, कारगिल युद्ध के दौरान एक ऐसी तस्वीर टीवी पर चली जिसे देखने के बाद कपिल देव टीवी के सामने खड़े होकर बहुत देर तक रोते रहे थे.
अगले दिन वे अपने घर से निकले और मीडिया के सामने आकर बताया कि इस तस्वीर को देखने के बाद वो रात भर सो नहीं पाए.
वर्ष 1999 में कारगिल में पाकिस्तान से भारत का युद्ध चल रहा था. हर दिन देश के किसी वीर सपूत शव तिरंगे में लिपटकर देश के किसी न किसी हिस्से में पहुंच रहा था.
समाचार पत्रों और टेलीविजन पर जब कारगिल युद्ध के मैदान में शहीद हुए देश के वीर सपूतों की बहादुरी की खबरें आती तो लोगों की भावनाओं और आसुओं का सैलाब फट पड़ता था. देश की जनता के साथ फिल्मी कलाकारों और क्रिकेटरों में भी शहीदों को लेकर भावनाएं उमड़ रही थी. लेकिन वे कभी मुखर होकर बाहर नहीं आती थी.
लेकिन इसी बीच अखबारों में एक तस्वीर ऐसी छपी जिसको देखने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव अपने आसुंओं को नहीं रोक पाए. उनसे रहा नहीं गया और उनको पाकिस्तान की इस हरकत पर ऐसा गुस्सा आया कि उन्होंने भारत सरकार से कहा कि बहुत हुआ अब बंद करो पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना, नहीं चाहिए हमें पाकिस्तान से खेल की कमाई.
कारगिल युद्ध में शहीद मेजर विवेक गुप्ता का शव जब दिल्ली पहुंचा तो वहां उनके परिवार के लोग भी पंहुचे.
सब बारी बारी से शहीद मेजर गुप्ता के शरीर को श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे. इसी बीच उनकी पत्नी कैप्टन जयश्री सेना की ड्रेस में वहां पहुंचती है और सेल्युट करती है. पति को सेल्युट करती हुई यह तस्वीर जब दूरदर्शन पर लोगों ने देखी तो उनकी आंखों से आसू निकल पडे़.
इस घटना को कपिल देव भी ने देखा.
जैसे ही कैप्टन जयश्री ने सैन्य धुन पर सलामी दी कपिल देव टीवी के सामने खड़े हो गए और रोने लगे. यह तस्वीर अगले दिन सभी अखबारों के मुख्य पृष्ठ पर छपी तो देश में उबाल आ गया.
शहीद मेजर विवेक गुप्ता की पत्नी होने के अलावा कैप्टन जयश्री के प्रति लोगों के मन में सम्मान बढ़ने का एक कारण और भी था, जो बहुत से लोगों को नहीं मालूम. वह यह कि शहीद मेजर विवेक गुप्ता और उनकी पत्नी कैप्टन जयश्री के बीच अनबन थी और दोनों अलग रह रहे थे.
लेकिन जैसे ही यह खबर मिली की मेजर विवेक गुप्ता कारगिल युद्ध में तोलोलिंग चोटी को फतह करने के दौरान शहीद हो गए हैं और उनका शव दिल्ली पहुंच रहा है, तो जयश्री अपने को नहीं रोक पाई. वे सीधे मेजर विवेक गुप्ता के पार्थिव शरीर के पास गई और रोते हुए अंतिम सेल्युट किया तो पूरे माहौल में एक अजीब सी संन्नाटा पसर गया.