कपिल देव का पीएफ – क्रिकेट की दुनिया में कपिल देव का नाम बड़ी इज्जत से लिया जाता है। उनकी ही कप्तानी में भारत को पहली बार वर्ल्ड कप मिला था। इस बात को आज तक हर क्रिकेट प्रेमी ने अपने दिल में कैद कर रखा है।
आज हम आपको टीम इंडिया के इस दिग्गज खिलाड़ी की पर्सनल जिंदगी के बारे में एक राज़ बताने वाले हैं।
जी हां, कपलि देव के इस राज़ के बारे में शायद उनके परिवार को ही पता होगा लेकिन अब ये बात मीडिया में खुल चुकी है।
तो चलिए जानते हैं वो क्या बात है जिसे आज तक कपिल देव दुनिया से छिपाते आए हैं।
अतीत से जुड़ा है ये राज़
भारत को पहली बार विश्व कप दिलवाले वाले कपिल देव का ये राज़ आपको हैरान कर देगा। कपिल देव ने खुद इस बात का अंदाजा नहीं लगाया होगा कि चार दशक के बाद उनका अतीत इस तरह उन्हें खुशी देगा।
दरअसल, क्रिकेटर बनने से पहले कपिल देव ने तीन साल तक एक कपंनी के लिए काम किया था। कपिल मोदी स्पिनिंग एंड वीविंग मिल्स में लायजनिंग ऑफिसर की पोस्ट पर काम करते थे। इस कंपनी में उन्होंने 1979 से 1982 तक काम किया और इसके बाद उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा।
36 साल बाद चुकाया कपिल देव का पीएफ
अब इस कंपनी ने 36 साल बाद अपना बकाया चुकाया है। कंपनी पर कपिल का 2.75 लाख रुपए का प्रोविडेंट फंड बकाया था जिसे कंपनी ने अब 36 साल बाद चुकाया है। कपिल का कहना है कि वो मोदी स्पिनिंग एंड वीविंग मिल्स की दिल्ली की इकाई में लायजनिंग ऑफिसर की पोस्ट पर काम करते थे। ये मिल 1994 में ही बुद हो चुकी है लेकिन कंपनी अभी भी काम करती थी।
कपिल देव का पीएफ
इस कंपनी के सचिव ने बताया कि जब वो कंपनी के पुराने रिकॉर्ड्स चैक कर रहे थे तो उन्हें पता चला कि कपिल देव की पीएफ की अमाउंट अभी तक अदा नहीं की गई है। इस मामले में कंपनी ने कपिल देव से संपर्क किया और उनसे अपनी सारी बकाया राशि ले जाने का आग्रह किया।
इस साल जनवरी के महीने में कंपनी ने कपिल देव के अकांडट में उनकी पीएफ की राशि जमा करवाई है। इस बात को लेकर कपिल देव की तरफ से कोई खबर नहीं आई है।
इस तरह 36 साल बाद कपिल देव को अपनी मेहनत का पैसा मिल गया।
आपको बता दें कि कपिल देव सालों पहले क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं। 1983 में कपिल देव ने भारत को पहला वर्ल्ड कप जितवाया था। उन्होंने भारत की तरफ से कुल 225 वनडे मैच खेले हैं और इन मैचों में उन्होंने कुल 3783 रन बनाए हैं।
स्ट्राइक रेट के साथ-साथ कपिल स्ट्राइक रोटेट करने में भी अव्वल थे। उन्होंने 3979 गेंदों पर 3783 रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है। कपिल देन ने अपने क्रिकेट करियर में जितनी गेंदबाजी की है उतना ही कम तेज गेंदबाजों को मौका मिला है। उन्होंने लंबे समय तक टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी संभाली है। उस समय कपिल देव को बहुत अनुशासित गेंदबाज कहा जाता था। क्रिकेट के क्षेत्र में कपिल देव ने खूब नाम कमाया है।