कमाठीपुरा के पास ही केनेडी ब्रिज और ग्रांट रोड ऐसे ही इलाके है.अंग्रेजों के ज़माने से ही यहाँ कोठे शुरू हो गए थे. अँगरेज़ अफसरों की रंगरलियों और मनोरंजन के लिए यहाँ वेश्याओं और नाचने वालियों का जमावड़ा लगता था.
आज़ादी के समय अंग्रेजों के जाने के बाद कमाठीपुरा इलाका पूरी तरह वेश्याओं का हो गया. आज भी हर रात यहाँ जिस्म का बाज़ार सजता है. खुले आम दलाल और वेश्याएं दिखाई देते है.