इस देवी को मासिक धर्म भी होता है.
इस देवी के मासिक धर्म के साथ इस जगह पर अम्बुवासी मेला लगाया जाता है. इस मेले के दौरान 3 दिन तक इस मंदिर में जाना मना होता है. इस दौरान तीन दिन तक देवी के मंदिर से लाल रक्त के समान तरल द्रव्य देवी के मंदिर से बाहर बहकर आता है.
पांच दिन बाद मंदिर का दरवाजा खोलकर साफ सफाई की जाती है.