ये आपने भी कई बार सुना होगा कि कलयुग का अंत होगा. हम जिस समय में जी रहे हैं उससे पहले यहाँ कोई और भी था. असल में इस युग से पहले भी कई युग थे. बाकी योगों की कहानी हम किताबों में पढ़ते हैं. क्या कभी अपने सोचा है कि हमारा ये युग जिसमें आ जी रहे हैं उसका भी अंत हो जाएगा.
सोचकर ही कैसा लगता होगा कि कैसे ये हामरी पीढ़ी अचानक से ख़त्म हो जाएगी. कैसे ये दुनिया अपने आप ही नष्ट हो जाएगी और पृथ्वी का नया जन्म होगा. धरती माँ भी बोझ सहते सहते थक चुकी हैं. शायद इसीलिए एक क्रम के बाद कलयुग का अंत होगा.
कलयुग जिसे सबसे बेकार युग माना गया है, उस कलयुग का अंत होगा.
असल में ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार अभी का युग कलयुग चल रहा है और इसके 5000 वर्ष पहले द्वापर युग की समाप्ति हुई थी. अभी कलयुग में अधर्म फैलना स्टार्ट हो गया है. अभी के समय में एक इंसान दूसरे इंसान पर भरोसा करना बंद कर दिया है और जब इंसान को खुद पर ही भरोसा नहीं,तो वह धर्म ग्रंथों पर विश्वास कैसे करेगा. शायद इसे ही कलयुग कहते हैं. यहाँ अपने ही अपनों पर वार करते हैं.
हमारी पुस्तकों में बड़ी ही बारीकी से सबके बारे में लिखा गया है.
पुराणों के अनुसार कलयुग में एक समय ऐसा भी आएगा, जब इंसान की उम्र बहुत कम रह जाएगी. युवावस्था समय से पहले समाप्त हो जाएगी. आने वाले समय में मनुष्य की उम्र 20 वर्ष तक की हो जाएगी. हमारे धर्म ग्रंथों में इस सृष्टि के आरंभ से अंत तक को लेकर चार युगो अर्थात सतयुग,त्रेतायुग, द्वापरयुग,कलियुग में बांटा गया है.
कलयुग का अंत समय से लेकर अनेक धर्म ग्रंथों में कई रोचक और रहस्यमई बातें लिखी गई है. ज़रा सोचिए लोग सिर्फ २० साल तक ही जीवित रहेंगे. ये आपको सुनकर अजीब लग रहा होगा, लेकिन पहले के युगों की बात करें तो लोग 500 साल तक भी जीते थे.
कहा तो यह भी जाता है कि धरती का सर्वनाश हो जाएगा.
यहाँ कुछ भी नहीं बचेगा. ये पानी भी ख़त्म हो जाएगा. वैवर्त पुराण के अनुसार कलयुग के 5000 साल बाद गंगा नदी सुख जाएगी. जब कलयुग के 10 हजार वर्ष होंगे,तब सभी देवी-देवता पृथ्वी को छोड़कर अपने-अपने धाम लौट जाएंगे. ब्रह्म वैवर्त पुराण के अनुसार कलयुग के अंत समय में पृथ्वी पर बहुत मोटी धारा से लगातार वर्षा होगी. जिससे सम्पूर्ण पृथ्वी पर चारों ओर पानी ही पानी हो जाएगा और समस्त प्राणियों का अंत हो जाएगा. कितना भयावह है ये.
सोचकर रूह काँप जाती है कि जो हम आजतक फिल्मों में देखते आए हैं वो हमारे साथ कभी होने वाला है.
जीवन में जितने पाप अब तक अपने किया है उसका पश्चाताप भी कर लीजिए. बहुत कम समय है इसलिए अपने कर्मों को सही मार्ग दीजिए और प्रभु को याद कीजिए. शायद आपकी मृत्यु सही तरह से हो. बस यही एक चारा है. वैसे भी कलयुग का अंत होगा बड़ा ही भयानक होने वाला है. इसलिए खुद को एक मौका दीजिए और संभल जाइए. शायद कुछ बात बन जाए.