कलयुग सारे युगों का अंतिम युग माना जाता है.
कलयुग के बाद एक बार फिर से नए युग और नये संस्कृति और सभ्यता का प्रारंभ होगा.
कलयुग के अंत को लेकर पुराणों गर्न्थों और ज्ञानियों द्वारा कई बाते कही गई है और कुछ संकेत बताएं है, जिससे पता चलता है कि कलयुग का अंत आ गया है.
तो आइये जानते है क्या निशानीयां होगी कलयुग के अंत की
- इंसान की उम्र और जीवन आधी कम हो जायेगी. सिर्फ 16 साल में इंसानो के बालों में सफेदी आ जाएगी और 20 साल की उम्र में बुढ़ापा आ जायेगा.
- सारे बड़े जीव छोटे रूप में बदल जायेंगे और छोटे जीव का अस्तित्व ख़त्म हो जाएगा. जैसे हाथी घोड़े के सामान, घोडा बिल्ली सामान और बिल्ली चूहे के सामान दिखाई देंगे – जबकि बाकी छोटे जीव ख़त्म हो जायेंगे.
- लज्जा और मर्यादा जैसी चीजे ख़त्म हो जायेंगी. इंसान फिर से नग्न अवस्था में पहुँच जाएगा.
- इंसान पूर्ण रूप से भोग विलासी और जिस्म्खोरी में लिप होकर जीवन बिताना पसंद करेगा.
- पंडित राक्षस के सामान मांस और मदिरा का सेवन करेंगे और राक्षस पंडित के समान शिक्षा और ज्ञान देगें.
- इंसानी रिश्ते और रिश्तों की मर्यादा ख़त्म हो जायेगी. सब एक दुसरे के शरीर का सम्भोग करेंगे.
- छली, कपटी, निर्लज, दुराचारी, सम्मानीय और पूजनीय होंगे, जबकि चरित्रवान और संस्कारी अपमानित किये जायेंगे.
- इंसान अपने गुणों से ज्यादा रंग रूप और धन से सम्मानित किया जायेगा. गुणों की जगह पद देखा जाएगा और सूरत देखी जायेगी.
- स्त्री अपमान के नए तरीके और कारण निकालेंगे. पुरुष स्त्री शोषणकर खुद का अस्तित्व बचाने में लगे रहेंगे.
- मुर्ख, नीच, पापी, कुटिल, राजा के पदों में होंगे और ज्ञानी, दानी, संस्कारी निम्न जगहों पर नज़र आएंगे.
- इन्सान पशु सामान व्यवहार करेंगे और पशु का ही सेवन करना पसंद करेंगे.
- संसार की हर पवित्र वस्तु तर्क पर रखकर अपना महत्व खो देगी और अपवित्र वस्तु धारण व ग्रहण की जायेगी.
- संस्कार मर्यादा और चरित्र जैसे शब्दों की परिभाषा बदल जायेगी.
जब कलियुग का अंत होगा, तब पाप अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुका होगा और सब कुछ प्रकृति और सृष्टि के विपरीत होगा, जिससे कलयुग का अंत संभव हो सके.
कलयुग के लिए एक बात और कही गई है कि कलयुग में पाप और पुन्य की परिभाषा भी बदल जायेगी क्योकि कलयुग को खत्म करने के लिए पाप करना जरूरी हो जाएगा.
इसलिए पाप की हर चीज पाप और दंड की श्रेणी में नहीं आएंगे.
इस तरह कलयुग का अंत होगा.