छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खत्म – इन दिनों छत्तीसगढ़ में हर किसी की जुबान पर उनका ही नाम है। वह है एसआरपी कल्लूरी।
राज्य के पुलिस महकमे में हर जगह उनके ही नाम की चर्चा हो रही है। हो भी क्यों न, उन्होंने वादा ही ऐसा किया है। वो भी किसी ओर से नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री से।
ऐसा वादा करना हर किसी पुलिस अधिकारी के बस की बात नहीं। बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वादा किया है कि चुनावों से पहले वे छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को समाप्त कर देंगे।
दरअसल, छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रायपुर गए हुए थे।
राज्योत्सव स्थल पर जब राजय के मुख्यंमत्री प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के क्रम में अधिकारियों का परिचय करा रहे थे तो उस समय वहां कल्लूरी भी मौजूद थे। जब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को कल्लूरी का परिचय दिया तो प्रधानमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा इन्हें तो मैं पहले से जानता हूं। जब चुनाव प्रचार के लिए आता था तो अक्सर यही मुझे रिसीव किया करते थे।
इतना सुनते ही कल्लूरी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया और उन्होंने कहा कि सर अगले चुनाव में जब आप यहां आएंगे तो उससे पहले यहां नक्सलवाद खत्म हो जाएगा। इतना सुनते ही प्रधानमंत्री को लगा कि पुलिस विभाग में ऐसे भी लोग है जो टाइम बाउंड होकर काम को अंजाम देते हैं। इस पर मोदी ने उनके आश्वासन और हौंसले की तारीफ की।
छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद विरोधी लोग और कल्लूरी समर्थक इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं।
कल्लूरी द्वारा तय समय में छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को समाप्त करने की बात सोशल मीडिया पर खूब चल कर रही है।
आपको बताते चले कि पहली बार बस्तर में नक्सली बैकफुट पर हैं और इसका काफी हद तक श्रेय आईजी कल्लूरी को जाता है। एक ओर जहां कल्लूरी नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं वहीं दूसरी और तथाकथित बुद्धिजीवी और मानवाधिकारवादी उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।
वे उनकी प्रधानमंत्री से मुलाकात को लेकर ही सवाल उठा रहे हैं। उनका आरोप है कि ताड़मेटला कांड में सीबीआई की चार्जशीट के बाद कल्लूरी का प्रधानमंत्री से मिलना सही नहीं है। क्योंकि कि ऐसा करने से लोगों में यह संदेश जाएगा कि सरकार कल्लूरी के साथ खड़ी है।
गौरतलब है कि जब से कल्लूरी ने बस्तर के आईजी का चार्ज संभाला है उसके बाद से पुलिस के हौसंले बुलंद है।
वे नक्सलियों को खोज खोज कर उनका सफाया कर रहे हैं। इससे एक ओर जहां उन्हें प्रसिद्धी मिल रही है तो वहीं उनकी कार्यशैली का विरोध भी हो रहा है। लेकिन कल्लूरी को इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ता है। वे इन सब की परवाह किए नक्सलियों के सफाए मे लगे हैं। और अब तो प्रधानमंत्री मोदी से भी उन्होंने वादा कर दिया है कि अगली बार चुनाव से पहले राज्य में नक्सलवाद को समाप्त कर दिया जाएगा।