इतने प्रयासों के बाद भी जब ज्वाला नहीं बुझी तो अकबर को ज्वालामुखी देवी की शक्ति का अहसास हुआ. उसके बाद अकबर भी देवी का भक्त बन गया और अपने किये की क्षमा मांगने के लिए मंदिर पर स्वर्ण छत्र चढ़ाया. 1 2 3 4 5 6 7 8 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Featured · Himachal Pradesh · Jwala temple · JwalaMukhi devi · Nagarkot · ज्वाला देवी मंदिर · ज्वालामुखी देवी · नवरात्रि · शक्तिपीठ · हिमाचल प्रदेश Article Categories: विशेष