ज्वालामुखी देवी के बारे में माता के भक्त ध्यानु और बादशाह अकबर से जुड़ा एक किस्सा बहुत प्रचलित है. जब ध्यानु ने अपने जत्थे के साथ ज्वालामुखी देवी के दर्शन करने की आज्ञा मांगी तो अकबर ने पुछा क्या है उस मंदिर ने. ध्यानु ने इस चमत्कारिक मंदिर के बारे में बताया तो अकबर ने उसकी भक्ति को चुनौती देते हुए कहा कि जवालामुखी देवी के मंदिर में मांगना के तेरे घोड़े को जिन्दा करदे. ये कहकर अकबर ने ध्यानु के घोड़े का सर काट दिया.