माता वैष्णो देवी मंदिर – माता का दरबार हर भक्तों के लिए खुला है हर और हर समय खुला है।
वैसे तो नवरात्रि के दौरान लाखों भक्त माता के दर्शन को जाते हैं। लेकिन कई भक्त नवरात्रि में माता के दरबार में नहीं जाते। इसके कई कारण हैं जिनमें से प्रमुख कारण नवरात्रि के दिनों में होने वाली भीड़ है। अगर आप भी ऐसे ही लोगों में से हैं और माता के दरबार माता वैष्णो देवी मंदिर जाने का प्रोग्राम बना रहे हैं तो हम आपके लिए कुछ बेसिक जानकारी लाए हैं जो आपके लिए जरूरी साबित हो सकती है।
माता वैष्णो देवी मंदिर –
अच्छा फैसला
अगर आप नवरात्रि में माता वैष्णो देवी मंदिर जाने से परहेज कर अभी जाने की तैयारी कर रहे हैं तो हम बता देते हैं कि यह आपका सबसे अच्छा फैसला है। इससे आप खुद भी थकावट से बचेंगे और वैष्णो देवी के पर्यावरण पर भी भार कम कर देंगे। इसके अलावा गर्मी भी आने वाली है तो आप अपनी गर्मी में घूमने का ट्रिप यहां जाने के लिए प्लान कर सकते हैं। इससे माता के दर्शन भी हो जाएंगे और आपकी गर्मी की एक ट्रैवलिंग ट्रिप भी बन जाएगी।
जा रहे हैं पहली बार…
आप में से कोई लोग शायद पहली बार माता वैष्णो देवी मंदिर जा रहे होंगे। जैसे कि मैं और मेरी बहन नहीं गई है और हमलोग भी माता वैष्णो देवी मंदिर जाने का प्रोग्राम बना रहे हैं। तो अगर आप भी हमारी तरह पहली बार वैष्णो देवी जा रहे हैं तो आज हम कुछ जानकारी आपसे शेयर करने वाले हैं जो आपके काम आ सकती है।
चिंता ना करें… यह कोई कठिन जानकारी नहीं है… हम केवल आपको इस पवित्र स्थान से जुड़ी कुछ खास और जरूरी बातें बताने वाले हैं जिससे की वहां जाकर आपको वह जगह पूरी तरह से नई ना लगे।
ऐसे पहुंचे मां के मंदिर में
माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा का पहला पड़ाव जम्मू में होता है। यहां तक आप ट्रेन, बस या फिर हवाई जहाज से पहुंच सकते हैं। जम्मू ब्राड गेज लाइन द्वारा जुड़ा है। हमारी आपको हिदायत है कि आप मंदिर तक अपनी टैक्सी कर के या फिर बस से जाएं क्योंकि गर्मी में भक्तों की यहां काफी भीड़ हो जाती है जिससे ट्रेन काफी भरी होती है। उत्तर भारत के कई प्रमुख शहरों से जम्मू के लिए आपको आसानी से बस व टैक्सी मिल सकती है।
शुरुआत कटरा से
अगर बात की जाए वैष्णों देवी भवन की तो उसकी शुरुआत कटरा से होती है। जम्मू से कटरा की दूरी लगभग 50 किमी है। जम्मू से बस या टैक्सी द्वारा कटरा पहुंचा जा सकता है। यहां आपको बता दें कि जम्मू रेलवे स्टेशन से कटरा के लिए बस सेवा भी उपलब्ध है जिससे 2 घंटे में आसानी से कटरा पहुंचा जा सकता है। माता वैष्णो देवी मंदिर यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है इसलिए कटरा पहुंचकर थोड़ी देर आराम कर लें। क्योंकि इसके बाद आपको वैष्णो देवी की चढ़ाई शुरू करनी है। आप पूरे दिन में कभी भी मां वैष्णों देवी की चढ़ाई शुरू कर सकती हैं।
6 घंटे में दिखानी होती है पर्ची
वैष्णों देवी के मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको पर्ची कटवानी पड़ेगी जिसे आपको 6 घंटे के अंदर ही फर्स्ट चेकिंग पॉइंट पर दिखानी होती है। कटरा से लगभग 14 मीटर खड़ी चढ़ाई के बाद ही मां के भवन के दर्शन होते हैं। आप यहां तक घोड़े और पालकी की सहायता से भी जा सकती हैं। इसके लिए आपको 1000 और 2000 तक पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
अब करें भैरव दर्शन
वैष्णो देवी के बाद भैरव दर्शन जरूरी करें। क्योंकि यहां कि मान्यता है कि यदि आप पहली बार वैष्णों देवी गए हैं तो भैरव मंदिर के दर्शन करने के बाद ही आपकी मुराद पूरी होगी। भैरव मंदिर, वैष्णो देवी के भवन से लगभग 3 किलोमीटर दूरी स्थित है। वैसे कई भक्त जब-जब मां वैष्णों देवी के दर्शन करने आते हैं तब-तब भैरव के दर्शन करने भी जरूर जाते हैं।
धर्मशालाओं में कराएं बुकिंग
कटरा में वैष्णों देवी ट्रस्ट की कई सारी धर्मशालाएं हैं जहां आप आसानी से बुकिंग करा सकते हैं। यहां आप ऑनलाइन बुकिंग भी करा सकते हैं। जिससे आपको वहां पहुंच कर आसानी होगी।
तो लीजिए ये रही माता वैष्णो देवी मंदिर तक पहुंचने की पूरी जानकारी। इस जानकारी का इस्तेमाल करें और माता के दर्शन कर के आएं। हैप्पी जर्नी।