पत्रकार विनोद वर्मा – पत्रकारों को किसी केस के बारे में जानकारी होने के चलते मरवाना, पीटना आम हो गया है।
अब पत्रकारों से जुङा हुआ एक ओर केस सामने आया है । पत्रकार विनोद वर्मा जो बीबीसी और अमर उजाला जैसे बङी मीडिया हाउसस के पत्रकार और एडिटर चीफ रह चुके हैं।
छत्तीसगढ के एक मंत्री का अश्लील वीडियो पत्रकार विनोद वर्मा के पास है।
उन्हे हाल ही में इंदरापुरम से धमकी देने और रंगदारी के केस में गिरफ्तार किया गया । क्योंकि पत्रकार विनोद वर्मा के घर से 500 सीडी मिली है। और विनोद वर्मा का कहना है कि उनके पास छत्तीसगढ के एक मुख्य मंत्री की अश्लील सीडी है। हालांकि बाद में पुलिस की पूछताछ में पत्रकार विनोद वर्मा में बाद में कहा मंत्री की अश्लील वीडियो को उन्होंने पेनड्राइव में ट्रांसफर कर लिया था ।
छत्तीसगढ की राजनीतिक स्थितियों पर लिखते थे विनोद वर्मा
विनोद वर्मा का कहना है कि उनके पास कई महत्वपूर्ण जानकारियां होने के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है । पुलिस ने विनोद वर्मा क के खिलाफ धारा 384 के तहत रगंदारी और धारा 506 के तहत धमकी देने के जुर्म में केस दर्ज किया है। जिसे लेकर विनोद वर्मा के कई समर्थको का कहना है कि ये सरकार का पत्रकारों की आवाज को दबाने का तरीका। क्योंकि विनोद वर्मा काफी लंबे वक्त से छत्तीसगढ की स्थितियों पर लिखते रहे हैं। और वो बहुत कुछ ऐसा जानते हैं जिसे राजनेताओं को परेशानी हो सकती है।साथ ही उनके पास इसके सबूत भी मौजूद हैं । वैसे आपको बता दें पत्रकार विनोद वर्मा के ताल्लुकात छत्तीसगढ में कांग्रेस के विधायक भूपेश बेघाल से है वो उनके रिश्तेदार है जिस वजह से ये कहानी और उलझ गई है।
छत्तीसगढ के प्रकाश बजाज की शिकायत से शुरू हुआ मामला
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब हाल ही में छत्तीसगढ के रहने वाले एक व्यक्ति प्रकाश बजाज को अश्लील वीडियो की धमकी मिली। प्रकाश के अनुसार उन्हें फोन पर किसी अनजान व्यक्ति ने उनकी “आका” की अश्लील वीडियो बनाने की धमकी दी । इसके बाद प्रकाश ने छत्तीसगढ के पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई।
विनोद वर्मा के घर से मिली 500 सीडी
हालांकि प्रकाश ने एफआईआर में कही भी पत्रकार विनोद वर्मा का नाम नहीं लिया । लेकिन सीडी की नकल बनाने वाली एक दुकान का जिक्र जरुर किया। पुलिस की तहकीकात पता चला कि उस सीडी बनाने वाले दुकानदार ने विनोद वर्मा के कहने पर एक हजार सीडी बनाई थी। जिसमें से 500 सीडी इंदारापुरम गाजियाबाद में विनोद वर्मा के घर पर मिली । जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया ।
पत्रकार विनोद वर्मा के खिलाफ साजिश या सच में है रंगदारी में शामिल
इस केस में कई अलग तरह के सवाल सामने आ रहे हैं पहला ये की शिकायत दर्ज करवाने वाले प्रकाश बजाज को नकल बनाने वाली दुकान के बारे में कैसे पता चला । दूसरा ये कि पत्रकार विनोद वर्मा ने इतनी सारी सीडी तैयार क्यों करवाई ।अगर विनोद वर्मा के पास सच में छत्तीसगढ के नेता खा अश्लील वीडियो है और सबूत है तो उन्होंने अब तक उन्हें पुलिस के हवाले क्यों नही किया या फिर मीडिया के माध्यम से खुलासा क्यों नहीं किया वो तो खुद एक बङे पत्रकार है?
क्या सच में विनोद वर्मा पत्रकारिता की आङ में रंगदारी वसूल करते हैं ? या फिर कही पत्रकार विनोद वर्मा को फंसाने के लिए ये सोचा समझा प्लान किया हुआ जाल था। क्योंकि राजनेताओं को पता चल गया था कि विनोद वर्मा कभी भी उनकी पोल खोल सकते हैं। बहरहाल अब आने वाला वक्त ही बताएगा कि विनोद वर्मा को सच में फंसाया गया है या नहीं।
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