साउदी अरब मील के अमेरिकी पत्रकार जमाल खशोगी के गायब होने के बाद अब उनकी मौत को लेकर रोज नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं, हालिया खुलासे के मुताबिक तुर्की सरकार समर्थित मीडिया ने समसनीखेज खुलासा किया है।
जमाल खशोगी की कथित हत्या मामले में चौकाने वाली बात तूर्की की एक न्यूज एंजेंसी “एएफपी” के हवाले से सामने आई है कि खशोगी का सिर कलम करने से पहले उन्हें इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में बहुत यातनाएं दी गई थी।
आखिर क्या है ये पूरी मामला
दरअसल बीते 28 सिंतबर को वॉशिगंटन पत्रकार जमाल खशोगी अपनी तुर्किश मंगेतर से शादी करने के लिए कुछ जरूरी कागजात लेने सऊदी अरब के दूतावास के अंदर जाते हुए दिखाई दिए थे। इसके बाद से वह लापता है। उनकी इसी गुमशुदगी पर 11 अक्टूबर को वॉशिंगटन पोस्ट ने दावा किया कि तुर्की के पास एक ऑडियो और वीडियों है जोकि ये साबित करता है कि खशोगी की हत्या कर दी गई है। जमाल खशोगी के पहले लापता और फिर हत्या के मामले की जांच पड़ताल के लिए सऊदी अरब की इन्वेस्टिगेशन टीम तुर्की के साथ खोजबीन में जुट गई है। दोनों टीम जांच पड़ताल के लिए सबसे पहले अंकारा गई।
14 अक्टूबर को जमाल खशोगी की मौत के मामले में तुर्की के राष्ट्र’पति ‘रिसेप तइप एर्डोंगन’ और सऊदी किंग ‘सलमान’ ने फोन पर बातचीत की। इसके बाद 15 अक्टूबर को तुर्की के अंकारा में जांच के बाद पहली बार सऊदी दूतावास पहुंचे।
हत्या से पहले काट दी थी खशोगी की उंगलियां
तुर्की के दैनिक अखबार ‘येनी सफाक’ ने बुधवार को पत्रकार जमाल खशोगी के कथित हत्या कांड में एक बड़ा खुलासा किया है।
अखबार में यह साफ शब्दों में बताया गया है कि किस तरह जमाल खशोगी को मारने से पहले उन्हें बड़ी बरहमी से यातनाएं दी गई। उसमें बताया गया है कि खशोगी की उंगलियां काटकर पहले उन्हें यातनाएं दी और फिर उनकी हत्या की गई। इतना ही नहीं अखबार में यह भी खुलासा किया गया है कि खशोगी को यातना के दौरान एक टेप में इंस्ताबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूत ‘मोहम्द अल ओतैबी’ को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि “यह काम यहां नहीं बाहर जा कर करो, आप मुझे परेशानी में डालने जा रहे हो”… इतना ही नहीं एक दूसरी रिकॉडिंग टेप में यह भी कहा गया है कि “अगर तुम जीवित रहना चाहते हो, तो जब तुम सऊदी अरब आओ तो चुप रहना” इतने बड़े दावों के बाद भी अखबार ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि आखिर उसके हाथ यह रिकॉर्ड़िग कैसे लगी?वहीं इससे पहले जब इस तरह के ऑडियो वीडियो टेप के खुलासे की बात सामने आई थी, तब इस बात काभी जिक्र किया गया था कि खशोगी की हत्या कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गए थे।
बता दे कि जमाल खशोगी अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के लिए बतौर पत्रकार काम करते थे।
तुर्की पुलिस जमाल खशोगी की मौत के लिए सऊदी के 15 अधिकारियों की विशेष टीम को जिम्मेदार मान रही है। हालांकि साउदी अरब, तुर्की के इन दावों को सिरो से नकारते हुए उन्हें आधारहीन बता रहा है।
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