जॉन एफ कैनेडी की हत्या – दुनिया में अमेरिका के राष्ट्रपति को सबसे ज्यादा ताकतवर माना जाता है लेकिन अमेरिकी इतिहास में एक राष्ट्रपति की हत्या आज भी रहस्य बनी हुई है। जॉन एफ कैनेडी की हत्या दुनिया की सबसे सनसनीखेज राजनीतिक हत्याओं में से एक था। आज तक इस केस की मर्डर मिस्ट्री नहीं सुलझ पाई है।
जॉन एफ कैनेडी की हत्या को 54 साल बीत गए हैं और अब इस केस से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक की जा रही हैं। डॉनल्ड ट्रंप ने इस काम के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
22 नवंबर, 1963 को कैनेडी अपनी पत्नी जैकी के साथ खुली लिमोजिन में बैठे थे और उनके आसपास लोगों का जमावड़ा लगा था। आमतौर पर ऐसा होता नहीं है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का काफिला गाडियों में बंद रहता है। इस काफिले में जॉन एफ कैनेडी की हत्या कर दी गई थी और इसका आरोप ली हार्वे ओसवाल्ड पर लगा था। जांच में पता चला कि अकेले हार्वे ने ही इस हत्या को अंजाम दिया था लेकिन इस जांच रिपोर्ट पर लोगों को कभी भरोसा नहीं हुआ।
अमेरिका में चर्चा के लिए ये सदाबहार मुद्दा रहा है कि जॉन एफ कैनेडी की हत्या आखिर किसने की। अमेरिका में कुछ लोगों का मानना था कि अमेरिका के राष्ट्रपति की हत्या करने में रूस का हाथ है। अमेरिका ने रूस पर दबाव बनाकर उसे क्यूबा से अपनी मिसाइल हटाने को मजबूर किया था। शायद इसीलिए उनकी हत्या में रूस शामिल था।
इसके अलावा राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या पर अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए पर भी आरोप लगाया जाता है। लोग कहते हैं कि क्यूबा और वामपंथ को लेकर कैनेडी के रुख से सीआईए खुश नहीं थी और इसलिए उसने अपने ही राष्ट्रपति की हत्या की साजिश रची।
इस केस से जुड़ी फाइलें इसी हफ्ते सार्वजनिक होने जा रही हैं। देखते हैं कि इन फाइल्स के सार्वजनिक होने से क्या नई बातें सामने आती हैं।