तुम्हारा भगवान तुम्हारे मान लेने से पत्थर भगवान हो जाता है, लेकिन तुम्हारे मान लेने से पत्थर पैसा नहीं हो जाता। तुम्हारा भगवान पत्ते की गाय है, जिससे तुम खेल तो सकते हो, लेकिन दूध नहीं पा सकते। 1 2 3 4 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Featured · JNU · kavi kombai · Poet vidrohi · Ramshankar yadav vidrohi · जे एन यू · राम शंकर विद्रोही Article Categories: विशेष