जिम अकोस्टा – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया के ताकतवर नेताओं में से एक हैं और उनसे कई देश खौफ खाते हैं।
पत्रकार भी उनसे सीधे कोई सवाल पूछने से डरते हैं, लेकिन एक पत्रकार ऐसा है जो ट्रंप से नहीं डरता और निर्भिक होकर उनसे सवाल करता है. हाल ही में इस पत्रकार के एक सवाल पर ट्रंप बुरी तरह भड़क गए थे.
चलिए आपको बताते हैं कि आखिर कौन है ये निडर पत्रकार.
इस बहादुर पत्रकार का नाम है जिम अकोस्टा और ये सीएनएन में नौकरी करते हैं.
हाल ही में जिम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कई सवाल पूछे, जिसके बाद भरी प्रेस कांफ्रेंस में उन्हें ट्रंप के गुस्से का सामना करना पड़ा. इस घटना की चर्चा दुनियाभर में हो रही है कि भला वह कौन हिम्मती पत्रकार है जिसने दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स से पंगा लेने की हिम्मत दिखाई है. व्हाइट हाउस ने जिम अकोस्टा का पास निलंबित कर दिया है और सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने उन्हें व्हाइट हाउस में दाखिल होने से रोक दिया.
आपको बता दें कि जिम अकोस्टा पहले भी सवाल पूछने को लेकर डोनाल्ड ट्रंप से भीड़ चुके हैं.
11 जनवरी 2017 को अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहली बार प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान वह एक पत्रकार से उलझ गए. वह पत्रकार कोई और नहीं जिम अकोस्टा ही थे. उस वक्त ट्रंप ने जिम अकोस्टा को सवाल नहीं करने दिया और उनके समाचार नेटवर्क को ‘फर्जी खबर’ कहा था.
जिम अकोस्टा ट्विटर पर खासे लोकप्रिय हैं. उनके 997 हजार फॉलोअर हैं. खास बात यह है कि उन्हें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी फॉलो करते हैं. अब तक वह 30.7 K ट्वीट कर चुके हैं. डोनाल्ड ट्रंप के साथ बहस के बाद पत्रकार समाज जिम अकोस्टा के साथ खड़ा है. अकोस्टा पर व्हाइट हाउस की तरफ से आरोप लगा कि उन्होंने एक महिला इंटर्न पर अपना हाथ रखा. इसके बारे में व्हाइट हाउस संवाददाता संगठन के पूर्व अध्यक्ष जेफ मैसन ने कहा, ‘मैं आज की प्रेस कांफ्रेंस में अकोस्टा के ठीक बगल में बैठा था और उन्हें युवा इंटर्न पर अपना हाथ रखते नहीं देखा.’
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के संवाददाता मैसन ने सीएनएन संवाददाता अकोस्टा का बचाव करते हुए कहा कि इंटर्न के आने तक अकोस्टा ने माइक पकड़ कर रखा और बाद में अपनी बात साबित करने के लिए प्रेस कांफ्रेंस की कुछ तस्वीरें डालीं.
अकोस्टा का पास निलंबित करने के व्हाइट हाउस के फैसले की सब जगह आलोचना हो रही है और पत्रतार बिरादरी व्हाइट हाउस से अपना फैसला बदलने की मांग कर रही है, लेकिन व्हाइट हाउस का कहना है कि वो अपने फैसले पर कायम है. किसी ताकतवर इंसान से भिड़ना हर किसी को भारी पड़ता है.