जिग्नेश मेवानी अक्सर अपने भाषणों में बोले गए अपशब्दों के चलते खबरों में छाए रहते है।
इस बार गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी ने प्रधानमंत्री मोदी पर अपशब्दो की बौछार कर दी है, जिसके बाद से वह सभी जगह आकर्षण का केन्द्र बने हुए है। जिग्नेश मेवानी ने अपनी पार्टी के “भाजपा हराओ, देश बचाओं” रैली कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी को 9 मिनट में 6 बार अपशब्द (नमक हराम) कहकर संबोधित किया है।
9 मिनट में PM मोदी पर 6 वार
जिग्नेश मेवानी हाल ही में गुजरात चुनाव के दौरान भी खासा चर्चाओं में रहे है।
वह कभी अपने अपशब्दों से, कभी अपने बयानों से, तो कभी अपने धरना प्रदर्शन के चलते गुजरात चुनाव के दौरान खासा सुर्खिया बटौरते रहे हैं। गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी ने गुरूवार को पटना के गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए विवादित शब्दों का इस्तेमाल किया। हद तो यह रही कि उन्होंने एक या दो बार नहीं बल्कि अपने 9 मिनट के भाषण में 6 बार प्रधानमंत्री मोदी के लिए विवादित शब्द का इस्तेमाल करते हुए उन्हें ‘नमक हराम’ कहकर संबोधित किया।
दरअसल विधायक जिग्नेश मेवानी “भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी” की “भाजपा भगाओ, देश बचाओ रैली” को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंन करीब 9 मिनट लंबा भाषण दिया। इस भाषण के दौरान वह भाजपा को हराने के अपने भावों में कुछ इस कदर बह गए कि उन्होंने अपने 9 मिनट के भाषण के दौरान 6 बार प्रधानमंत्री मोदी को नमक हराम कहकर संबोधित किया.
अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को नमक हराम कहते हुए की। जिग्नेश मेवानी ने कहा कि पीएम मोदी नमक हराम है और उनकी सबसे ज्यादा नमक हरामी गुजरात की जनता ने देखी है। इतना ही नहीं जिग्नेश मेवानी ने इसके बाद पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह बिहार समेत देश कि 130 करोड़ जनता से माफी मांगते हैं कि गुजरात ने ऐसा मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट वाला पीस दिल्ली भेज दिया।
इसके बाद उन्होंने हाल ही में गुजरात से उत्तर भारतीय के लोगों हो रहे पलायन के मामले को उठाते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री कितने नमक हराम है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया दा सकता है कि गुजरात में उत्तर भारतीयों की पिटाई हो रही थी, लेकिन इन नमाक हराम की जुबान से एक शब्द नहीं निकला’।
जिग्नेश मेवानी ने कहा कि क्योकि उत्तर भारतीयों की पिटाई के समय इनकी जुबान से एक शब्द भी नहीं निकल, इसलिए देश की जनता को अब इन्हें पहचान लेना चाहिए। मेवानी ने कहा प्रधानमंत्री मोदी के लिए भूख, मंहगाई, तेल की बढ़ती कीमते, उना में दलित पर अत्याचार और दो करोड़ सालाना रोजगार पैदा करना कोई मुद्दा नहीं है, बल्कि उनके लिए अगर कोई मुद्दा है तो वो है गाय…
इसके बाद भी वह लगातार बोलते रहे कि अचानक बिजली चली गई, जिसकी वजह से माइक ने काम करना बंद कर दिया और जिग्नेश मेवानी को अपना भाषण वहीं पर रोकना पड़ा। अपने भाषण को इस तरह लाइट जाने को लेकर अधुरा छोड़ने का कारण भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को बताते हुए कहा कि बिजली का गुल हो जाना नमक हराम की साजिश है।