चमत्कारिक है पोखरे का जल
झारखंडी शिवलिंग की एक और खासियत यह है कि यहां भगवान शिव खुले आसमान के नीचे रहना पसंद करते हैं. शिव के इस मंदिर के बगल में एक पोखरा है. लोगों का कहना है कि इस पोखरे के जल में चर्म रोग को ठीक करने की चमत्कारिक शक्ति है.
इसी धारणा के चलते चर्म रोग से पीड़ित लोग इस पोखरे के जल में अपने रोग से मुक्ति पाने के लिए स्नान करने आते हैं. पांच मंगलवार और रविवार इस पोखरे के जल में स्नान करके अपने रोगों से मुक्ति पाते हैं.
गौरतलब है कि आज जहां धर्म के नाम पर आए दिन हिंसक घटनाएं हो रही हैं वहीं दोनों हिंदू मुस्लिम समुदाय के लोग इस मंदिर में पूजा करके समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द की एक अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं.