जय शांति – दिल्ली का जंतर-मंतर लंबे समय तक चलनेवाले कई आंदोलनों का साक्षी रहा है. यहां आज तक ना जाने कितने ही आंदोलन हुए जिनसे देश की दशा और दिशा भी बदली है.
अलग-अलग तरह के आंदोलन, विरोध प्रदर्शन और हड़ताल जैसी कई घटनाओं का साक्षी रहा है यह स्थान, लेकिन अब एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने जंतर-मंतर के आसपास सभी धरना प्रदर्शनों पर पाबंदी लगा दी है.
एनजीटी की मानें तो इस स्थान पर आंदोलन के नाम पर होनेवाली इस तरह की गतिविधियां पर्यावरण से जुड़े कानूनों का उल्लंघन करती हैं. इसलिए इस मसले पर कोर्ट ने भी आंदोलन के लिए रामलीला मैदान का विकल्प सुझाया है.
खैर ये तो रही आंदोलन और पर्यावरण से जुड़े नियमों के उल्लंघन की बात, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं जंतर-मंतर पर हुए आंदोलनों में से एक अनोखे आंदोलन के बारे में, जो आपको हैरत में डाल देगा.
मोदी से शादी करने के लिए महिला का आंदोलन
एनजीटी द्वारा जंतर-मंतर पर आंदोलन करने पर पाबंदी लगाए जाने के बाद जब वहां से आंदोलनकारियों को हटाने की मुहिम शुरू हुई तब उनमें से एक अजीबो-गरीब कहानी निकलकर सामने आई है.
ये कहानी एक ऐसी महिला की है जो देश के प्रधानमंत्री मोदी से शादी करने के लिए अनशन पर बैठी हुई है. जी हां, जयपुर की रहनेवाली 45 साल की जय शांति शर्मा पिछले एक महीने से भूख हड़ताल पर बैठी हुई है.
भूख हड़ताल पर बैठी इस महिला की मानें तो वो प्रधानमंत्री से मोदी से शादी करना चाहती है क्योंकि सिर्फ वो ही एक ऐसे इंसान हैं जो इस महिला को अच्छी तरह से समझ सकते हैं.
मोदी को दहेज में 2 करोड़ देने को है तैयार
जय शांति नाम की इस महिला का कहना है कि शादी के एक साल बाद ही जय शांति के पति ने साल 1989 में उन्हें छोड़ दिया था. तब से लेकर अब तक वो अकेली ही हैं. हालांकि उस महिला को कई लोगों की तरफ से शादी का प्रस्ताव भी मिला लेकिन उनका दिल तो प्रधानमंत्री मोदी के लिए ही धड़क रहा है.
जय शांति की मानें तो अगर मोदी जी उनसे शादी करने के लिए राजी हो जाते हैं तो वो अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर मोदी जी को 2 करोड़ रुपये दहेज के रुप में भी देने को तैयार हैं.
गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री को वर के रुप में पाने के लिए ये महिला भूख हड़ताल के तौर पर तपस्या कर रही है लेकिन क्या उनकी ये मांग पूरी हो सकेगी ये देखना वाकई दिलचस्प होगा.