सुभद्रा श्री कृष्ण और बलराम की बहन थी. बलराम चाहते थे कि सुभद्रा का विवाह उनके प्रिय शिष्य दुर्योधन से हो लेकिन कृष्ण को दुर्योधन पसंद नहीं थे. लेकिन कृष्ण अपने बड़े भाई की इच्छा के विपरीत नहीं जा सकते थे इसलिए श्री कृष्ण ने अर्जुन को सुभद्रा को भागने का सुझाव दिया. समय के साथ बलराम की नाराज़गी दूर हुई और अर्जुन और सुभद्रा का विवाह इन्द्रप्रस्थ में संपन्न हुआ.