आज से करीब 98 वर्ष पूर्व अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास स्थित जलियांवाला बाग में ब्रिगेडियर जनरल रेजीनॉल्ड डायर के नेतृत्व में अंग्रेजी फौज ने निहत्थे, शांत बूढ़ों, महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोगों को गोलियां चला के मार डाला था.
इस जघन्य हत्याकाण्ड ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर सबसे अधिक प्रभाव डाला और इसके बाद स्वतंत्रता आंदोलन ने हिंसा की राह पकड़ ली.
तस्वीरे आज भी डायर की बर्बरता की कहानी बयां करती है.
1 – बैसाखी के दिन 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में रोलेट एक्ट, अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों व दो नेताओं सत्यपाल और सैफुद्दीन किचलू की गिरफ्तारी के विरोध में एक सभा रखी थी.