5) रिलेशनशिप ख़ुद ही सब संभाल लेगी
जी नहीं हुज़ूर, सम्भालना पड़ता है, उस पर काम करना पड़ता है, अपने आप सब कुछ नहीं होता! रिश्ता शुरू होने से पहले कोशिशें होती हैं एक दूसरे को रिझाने की, एक दूसरे के पास आने की, लेकिन एक बार रिश्ते में बंध गए उस के बाद लगता है अरे चलो अब तो साथ ही हैं, क्यों मेहनत करें? बस यहीं ग़लती हो जाती है! हर रिश्ते पर रोज़ काम करना होगा, मोहब्बत ज़िंदा रखनी होगी, तभी रिश्ता सालों-साल, उम्र भर चलेगा!
अपने रिश्ते का पालन-पोषण कीजिये, प्यार को ज़िंदा रखिये और वो कीजिये जो दिल कहता है! ज़्यादा रूल्स के पीछे मत भागिए, हर किसी की ज़िन्दगी, हर किसी का रिश्ता अलग ही होता है!