8) पैरिस के हमले के बाद वो बहुत ख़ुश हैं क्योंकि उन्हें दुनिया से जैसी प्रतिक्रिया चाहिए थी, वैसे ही मिल गयी! यानि मुसलमानों के ख़िलाफ़ एक नफ़रत का माहौल और भी गहरा गया है!
अगर हम चाहते हैं कि शांति बानी रहे तो ऐसे आतंकवादी गुटों के छल से दूर रहना होगा! अगर आप गिने-चुने मुसलमान आतंकवादियों की वजह से सारे धर्म के साथ के साथ नफ़रत करेंगे तो आई एस आई एस को और भी शक्तिशाली बनाएँगे!
आईये कोशिश करें कि ग़लत लोगों को सजा पहुँचाएँ, पूरी क़ौम और पूरे धर्म को नहीं! मिल के चलेंगे, तभी विश्व बेहतर होगा!