6) और वो ऐसा इसलिए करना चाहते हैं ताक़ि इन विकसित देशों में रहने वाले लोग जो इस्लाम में विश्वास नहीं रखते, वो मुसलमानों को परेशान करें, उनसे नफ़रत करें और फिर इन मुसलमानों को वो देश छोड़ कहीं और सहारा लेना पड़े! बस, ऐसे मौके पर आई एस आई एस ही उनका सच्चा सहारा बन के खड़ा होना चाहता है!